देश की खबरें | शोपियां में मुठभेड़ों में पांच आतंकवादी ढेर, नागरिकों की हत्याओं के दो मामले सुलझे : पुलिस

श्रीनगर, 12 अक्टूबर जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में दो अलग-अलग मुठभेड़ों में पांच आतंकवादी मारे गए। इनमें से एक आतंकवादी हाल में श्रीनगर में बिहार के एक फेरी वाले की हत्या में शामिल था। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि श्रीनगर और बांदीपुरा में लोगों की चुन-चुनकर हत्या करने के हाल के चार मामलों में से दो को इन घटनाओं में शामिल आतंकवादियों को मार गिराए जाने के साथ ही सुलझा लिया गया है।

उन्होंने बताया, ‘‘पिछले 24 घंटों में शोपियां के दो गांवों तुलरान और फेरीपुरा में आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया सूचना मिलने के बाद दो आतंकवाद रोधी अभियान चलाए गए, जिसमें पांच आतंकवादी मारे गए। मृत आतंकवादियों में मुख्तार शाह शामिल है, जो श्रीनगर के लाल बाजार इलाके में एक गैर स्थानीय विक्रेता की हत्या में शामिल था।’’

प्रवक्ता ने बताया कि खुफिया सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने दक्षिण कश्मीर के दो गांवों की घेराबंदी की और वहां तलाश अभियान चलाया। उन्होंने बताया कि तुलरान में आतंकवादियों को आत्मसमर्पण करने का बार-बार मौका दिया गया लेकिन उन्होंने सुरक्षाबलों के संयुक्त दलों पर अंधाधुंध गोलियां चलायीं, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गयी।

उन्होंने कहा, ‘‘अंधेरे के कारण अभियान निलंबित कर दिया गया लेकिन घेराबंदी जारी रही। सुबह-सुबह आतंकवादियों को आत्मसमर्पण के लिए कहते हुए बार-बार घोषणाएं की गयीं, लेकिन उन्होंने फिर से संयुक्त तलाश दल पर गोलियां चलाईं और सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की।’’

अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए और मुठभेड़ स्थल से उनके शव बरामद किए गए। उन्होंने मृतक आतंकवादियों की पहचान शोपियां के रे कापरेन निवासी दानिश हुसैन डार, पहलीपुरा निवासी यवर हुसैन नाइकू और मध्य कश्मीर के गंदेरबल में सिंदबल निवासी मुख्तार अहमद शाह के रूप में की है।

उन्होंने बताया कि ये तीनों आतंकवादी लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) से संबद्ध द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) से जुड़े थे। उन्होंने बताया, ‘‘पुलिस के रिकॉर्ड के अनुसार मृत आतंकवादियों के प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (टीआरएफ) से संबंध थे और सुरक्षा प्रतिष्ठानों पर हमले और नागरिकों पर अत्याचार समेत कई आतंकी अपराध के मामलों में शामिल समूहों का हिस्सा थे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह उल्लेख करना उचित है कि मुख्तार शाह श्रीनगर के लाल बाजार इलाके में एक गैर स्थानीय फेरी वाले की हत्या में शामिल था और अपराध को अंजाम देने के बाद शोपियां चला गया था।’’

बिहार के ‘‘चाट’’ विक्रेता वीरेंद्र पासवान की पांच अक्टूबर को शहर के हवल इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इससे कुछ देर पहले नामी केमिस्ट एम एल बिंदरू की उनकी दुकान के समीप हत्या कर दी गई थी। आतंकवादियों ने उस दिन बांदीपुरा जिले के नायदखाई इलाके में एक स्थानीय टैक्सी अड्डे के अध्यक्ष मोहम्मद शफी लोन की भी हत्या कर दी थी।

इस बीच, पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि फेरीपुरा में भी तलाश अभियान रात भर निलंबित रहा और मंगलवार तड़के फिर शुरू हुआ। उन्होंने बताया कि आतंकवादियों से संपर्क किया गया और उन्हें आत्मसमर्पण का पर्याप्त मौका दिया गया। हालांकि, उन्होंने तलाश दल पर अंधाधुंध गोलियां चलायीं, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गयी।

उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए और मुठभेड़ स्थल से उनके शव बरामद किए गए हैं। उनकी पहचान रे कैपरेन निवासी उबेद अहमद डार और ब्रारीपुरा निवासी खुबैब अहमद नेंगरू के रूप में की गयी है।

प्रवक्ता ने बताया, ‘‘पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार मारे गए दोनों आतंकवादियों का ताल्लुक लश्कर-ए-तैयबा से था और वे कई आतंकी मामलों में शामिल थे।’’ मुठभेड़ स्थल से हथियार और गोला बारुद समेत आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गयी है। पुलिस ने कानून की संबंधित धाराओं के तहत एक मामला दर्ज कर लिया है।

प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी), कश्मीर विजय कुमार ने संयुक्त दलों को बधाई दी, जिन्होंने पेशेवर तरीके से और बिना किसी जनहानि के आतंकवाद रोधी अभियान चलाने के लिए जमीन पर तालमेल और समन्वय से काम किया।

प्रवक्ता ने कहा, ‘‘श्रीनगर और बांदीपुरा में नागरिकों की चुन-चुनकर हत्या करने के हाल के चार मामलों में से दो को इन घटनाओं में शामिल आतंकवादियों के मारे जाने के साथ ही सुलझा लिया गया है।’’

आतंकवादियों ने सात अक्टूबर को श्रीनगर के ईदगाह इलाके में अल्पसंख्यक सिख समुदाय की स्कूल प्रधानाचार्य सुपिंदर कौर और उनके सहकर्मी दीपक चंद की भी गोली मारकर हत्या कर दी थी।

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