भुवनेश्वर, एक मई ओडिशा में शुक्रवार को पांच और लोगों के कोविड-19 की जांच में संक्रमित पाए जाने के बाद राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 147 पर पहुंच गई है। अधिकारियों ने बताया कि इनमें से दो लोग हाल में तमिलनाडु गए थे।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ओडिशा के पश्चिमी हिस्से में स्थित बोलंगीर जिला, जो अब तक कोरोना वायरस के प्रकोप से बचा हुआ था, वहां शुक्रवार को कोविड-19 के दो नये मामले सामने आए। दोनों संक्रमित व्यक्ति तमिलनाडु से लौटे थे।
अधिकारियों ने बताया कि कोविड-19 से प्रभावित जाजपुर जिले में दो अन्य नये मरीजों का पता चला है जबकि हाल में कोलकाता से लौटा एक व्यक्ति बालासोर जिले में संक्रमित पाया गया है।
जाजपुर के मरीजों की पहचान कातीकाता की 75 वर्षीय महिला और बिराजपुर के 55 वर्षीय व्यक्ति के तौर पर हुई है। कातीकाता और बिराजपुर निषिद्ध क्षेत्रों में हैं जहां अत्यधिक निगरानी और बड़े पैमाने पर संक्रमितों का पता लगाने के लिए जांच जारी है।
सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बोलंगीर के दो मामले लेखिरया गांव से सामने आए हैं और दोनों मरीजों की उम्र 18 और 22 वर्ष है।
बोलंगीर में कोरोना वायरस का प्रकोप पहुंचने के बाद ओडिशा के 30 में से 15 जिलों में वायरस के मामले सामने आ गए हैं।
नये मामले सामने आने के बाद, कोविड-19 मरीजों की कुल संख्या जाजपुर जिले में 38 और बालासोर में 20 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इनमें से किसी में लक्षण नहीं थे और नये मरीजों के संपर्क में आए लोगों का पता लगाना तथा आगे की कार्रवाई जारी है।
विभाग ने बताया कि भुवनेश्वर में दो मरीज स्वास्थ हुए हैं। खुर्दा जिले के 47 मामलों में से 27 लोग अब तक स्वस्थ हुए हैं। भुवनेश्वर में छह अप्रैल को एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।
राज्य में कुल मामले 147 पर पहुंच गए हैं जिनमें से 105 अब भी संक्रमित हैं और 41 स्वस्थ हुए हैं तथा एक की बीमारी के चलते मौत हो गई।
संक्रमण के सबसे ज्यादा 47 मामले भुवनेश्वर से सामने आए हैं। इसके बाद जाजपुर में 38, बालासोर जिले में 20, भद्रक जिले में 19, सुंदरगढ़ जिले में 10, केंद्रपाड़ा, बोलंगीर और कालाहांडी में दो-दो मामले सामने आए हैं। इसके बाद कटक, पुरी, ढेंकानाल, झारसुगु़ड़ा, देवगढ़, क्योंझर और कोरापुट जिले में एक-एक मामले सामने आए हैं।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने बताया कि बालासोर, जाजपुर और भद्रक जिले के 90 फीसदी से ज्यादा मामलों का संबंध पश्चिम बंगाल से है। विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे अपनी यात्रा की जानकारी नहीं छिपाएं। विभाग ने कहा कि जांच मुफ्त है।
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