रायपुर, नौ मार्च छत्तीसगढ़ विधानसभा में राज्य के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने लगातार दूसरे दिन दुर्ग जिले के बठेना गांव में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या के मामले को लेकर जमकर हंगामा मचाया और सदन में चर्चा कराए जाने की मांग की।
विधानसभा में मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों ने बठेना गांव में एक ही परिवार के पांच लोगों की मृत्यु के मामले में हंगामा मचाया, जिससे सदन की कार्यवाही बार बार बाधित हुई।
विधानसभा में आज प्रश्न काल के बाद विपक्ष के नेता धरम लाल कौशिक और भाजपा सदस्यों ने बठेना गांव में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या का मामला उठाया। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, विधायक बृजमोहन अग्रवाल और अन्य नेताओं ने कहा कि भाजपा विधायक दल ने सोमवार को पाटन विधानसभा क्षेत्र के बठेना गांव का दौरा किया। इस दौरान दल ने घटना के संबंध में लोगों से बातचीत की।
भाजपा सदस्यों ने कहा कि शनिवार को पुलिस ने बठेना गांव निवासी रामबृज गायकवाड़ और उसके बेटे का शव फांसी पर लटकता हुआ बरामद किया था। वहीं कुछ दूरी पर पुलिस ने तीन कंकाल बरामद किया था। जिसकी पहचान रामबृज की पत्नी और दो बेटियों के रूप में की गई थी।
भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि जब भाजपा विधायक दल ने गांव का दौरा किया और वहां के लोगों तथा मृतकों के परिजनों से बातचीत की तब कई जानकारी सामने आई। जो पुलिस द्वारा की जा रही जांच पर सवाल उठा रहे हैं।
अग्रवाल ने कहा कि गायकवाड़ की पत्नी और दोनों बेटियों को तार से बांधा गया था और उन्हें पुआल और कंडो से जलाया गया था। वहीं गायकवाड़ और उसके बेटे का शव एक ही रस्सी के सहारे लटका हुआ था। उन्होंने कहा कि इस तरह से आत्महत्या करना संभव नहीं है।
विधायक ने कहा, ‘‘पुलिस जांच को मोड़ने की कोशिश कर रही है तथा घटना को आत्महत्या बताया जा रहा है। यह बहुत की दुर्भाग्यपूर्ण है। क्या छत्तीसगढ़ में कोई किसान अपनी पत्नी और बेटियों को इस तरह से जला सकता है।’’
भाजपा विधायकों ने आरोप लगाया कि परिवार की हत्या की गई है तथा मामले को शांत करने का प्रयास किया जा रहा है। भाजपा सदस्यों ने इस विषय पर काम रोककर चर्चा कराए जाने की मांग की।
जब विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज सिंह मंडावी ने स्थगन प्रस्ताव को अग्राह्य करने की सूचना दी तब भाजपा सदस्य अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी करने लगे तथा गर्भगृह में प्रवेश कर गए। इससे सदस्य विधानसभा के नियमों के तहत निलंबित हो गए।
भाजपा सदस्य जब गर्भगृह में भी नारेबाजी करते रहे तब विधानसभा उपाध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी।
बाद में जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सत्यनारायण शर्मा आसंदी पर बैठे। शर्मा ने भाजपा सदस्यों का निलंबन समाप्त किया।
इसके बाद भाजपा के सदस्यों ने एक बार फिर नारेबाजी शुरू कर दी और इस विषय पर चर्चा कराने की मांग की। भाजपा सदस्य एक बार फिर अपनी मांग को लेकर सदन के गर्भगृह में आ गए। जिससे वह दूसरी बार निलंबित हो गए। सदन में शोरगुल होता देख आसंदी ने सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी। हालांकि बाद में भाजपा सदस्यों का निलंबन समाप्त कर दिया गया।
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