ताजा खबरें | ‘पहले हमें चुनाव जीतने की जरूरत है’: खरगे ने ‘इंडिया’ गठबंधन के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार पर कहा

बेंगलुरु, 16 अप्रैल कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर देश को जाति, धर्म और पंथ के आधार पर बांटने का आरोप लगाते हुए उन्हें ‘‘टुकड़े-टुकड़े गैंग का असली सुल्तान’’ करार दिया।

खरगे ने आरोप लगाया कि मोदी पहले से ही सभी सचिवों को बुला कर अगले पांच वर्षों के लिए योजनाओं की रुपरेखा तैयार कर रहे हैं, और ‘‘इस तरह का अति-आत्मविश्वास व अहंकार देश और लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है।’’

‘इंडिया’ गठबंधन का प्रधानमंत्री पद का चेहरा कौन होगा, इस सवाल पर खरगे ने कहा कि यह चुनाव नतीजे आने के बाद ही तय किया जाएगा। उन्होंने कहा,‘‘पहले हमें चुनाव जीतने की जरूरत है।’’

खरगे ने पीटीआई की वीडियो सेवा से साक्षात्कार में कहा, ‘‘टुकड़े-टुकड़े गिरोह के असली सुल्तान प्रधानमंत्री मोदी हैं। वह देश को जाति, धर्म, पंथ के आधार पर बांट रहे हैं। हमारा मानना है कि देश का हर क्षेत्र और हिस्सा भारत है, चाहे वह कश्मीर हो या पूर्वोत्तर। हमने इस देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी। भाजपा ने क्या किया?’’

उन्होंने पूछा कि क्या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) या भाजपा से किसी ने इस देश (की आजादी) के लिए लड़ाई लड़ी थी? उन्होंने कहा, ‘‘हमने (कांग्रेस ने) आजादी के लिए अपना बलिदान दिया। वह (मोदी) आते हैं और दावा करते हैं कि उन्होंने ही सबकुछ किया है। वह ऐसे बर्ताव करते हैं, जैसे कि (वह) भारत के सुल्तान हों। देश को एकजुट करने में आपका क्या योगदान है? नेहरू परिवार जेल गया। मुझे भाजपा या आरएसएस से एक भी ऐसा व्यक्ति बताइए जिसने इस देश की आजादी के लिए कुछ भी न्योछावर किया हो।’’

मोदी ने रविवार को मैसुरु में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की एक रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस को ‘‘टुकड़े-टुकड़े गैंग का सुल्तान’’ कहा था।

लोकसभा चुनाव में राजग के 400 सीट जीतने के मोदी के दावे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए खरगे ने कहा, ‘‘शुक्र है उन्होंने ‘अबकी बार 600 पार’ नहीं कहा। यह अहंकारी दुष्प्रचार, विपक्ष को कमजोर करना और यह प्रदर्शित करना कि सब कुछ मैं ही हूं, दुर्भाग्यपूर्ण है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यहां तक कि ऐसे नेता, जो सत्ता में आने को लेकर आश्वस्त हैं, वो भी इस तरह की बात नहीं बोलेंगे। वह (मोदी) पहले से ही सभी सचिवों को बुला कर अगले पांच वर्षों के लिए कार्यक्रमों की रुपरेखा तैयार कर रहे हैं। इस तरह का अति-आत्मविश्वास व अहंकार देश और लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है।’’

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि 2004 में भी ऐसी ही स्थिति थी, जब भाजपा ने ‘‘भारत उदय’’ का नारा दिया था और कहा था कि अटल बिहारी वाजपेयी सबसे उपयुक्त प्रधानमंत्री हैं।

खरगे ने कहा, ‘‘उसके बाद क्या हुआ? मनमोहन सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस नीत (संप्रग) सरकार बनी। वह (सिंह) एक बेहतर प्रधानमंत्री के रूप में उभरे। हमने अर्थव्यवस्था में तेजी से वृद्धि होते देखी। उस समय बहुत सारी नीतियां और कार्यक्रम बने और वह एक बेहतर प्रशासक थे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय मतदाता बहुत समझदार हैं। वह (मोदी) हर किसी को कुचलना चाहते हैं। यदि समान अवसर दिया गया तो आप 2004 के नतीजों का दोहराव देखेंगे।’’

खरगे ने कहा कि गठबंधन में चर्चा के जरिये आम सहमति बनाई जाती है। उन्होंने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन इस बारे में चर्चा करेगा कि चुनाव नतीजे आने के बाद इसका नेतृत्व करने के लिए कौन उपयुक्त व्यक्ति होगा।

उन्होंने कहा, ‘‘...प्रधानमंत्री कौन होगा - यह नतीजे आने के बाद ही तय किया जाएगा। पहले हमें चुनाव जीतना है और फिर गठबंधन सहयोगी क्या कहते हैं, उस आधार पर चर्चा होगी। कांग्रेस पार्टी (इस बारे में) कभी भी संकोची नहीं रही है। सबसे पहले, हमें चुनाव जीतना है।’’

उन्होंने नेहरू-गांधी परिवार के गढ़ रहे-अमेठी और रायबरेली में कांग्रेस उम्मीदवारों के बारे में कहा कि वहां चुनाव बाद के चरणों में होंगे, और इसलिए ‘‘अभी समय है।’’

खरगे ने कहा, ‘‘देखते हैं क्या होता है। हम उपयुक्त समय पर बताएंगे। अपने पत्ते खोलना ठीक नहीं है। राजनीति में कुछ आश्चर्यजनक होना जरूरी है। हम चर्चा करेंगे, हम विचार-विमर्श करेंगे और हम प्रतिक्रिया लेंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी में एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया है और उपयुक्त समय पर हम निर्णय लेंगे। यह भाजपा की तरह नहीं है, जहां हर बात पर अंतिम फैसला मोदी का होता है।’’

खरगे ने कहा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के विधानसभा चुनाव जीतने के बाद चीजें ‘‘सकारात्मक और अच्छी’’ नजर आ रही हैं।

कर्नाटक से राज्यसभा सदस्य ने कहा, ‘‘हमारी (चुनावी) ‘गारंटी’ योजनाओं ने साबित किया है कि लोग ऐसे कार्यक्रम और योजनाएं चाहते हैं जिनमें महंगाई घटाने जैसी विशेषताएं हों। लोगों का इन चीजों पर ध्यान है।’’

उन्होंने चुनावी बॉण्ड योजना से सबसे ज्यादा भाजपा को फायदा होने का आरोप लगाते हुए कहा कि हर किसी को समान अवसर मुहैया कराया जाना चाहिए।

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘लेकिन इस योजना में कोई पारदर्शिता नहीं थी। भाजपा ने कारोबारी घरानों और प्रतिष्ठानों को धमकाने और उगाही करने के लिए सभी एजेंसियों का इस्तेमाल किया है। उन्होंने कुछ कारोबारियों का समर्थन भी किया और उनसे पैसे लिए। ‘चंदा दो, धंधा लो’...।’’

खरगे ने सभी संस्थाओं को मोदी द्वारा नष्ट किये जाने का दावा करते हुए कहा, ‘‘आप जानते हैं कि देश में सभी विश्वविद्यालयों में क्या हो रहा है? उन्होंने (मोदी ने) सभी विश्वविद्यालयों को आरएसएस के लोगों से भर दिया है। उन्होंने संघ के लोगों को संविदा पर काम पर रखा है और वह धीरे-धीरे इन्हें स्थायी पदों में तब्दील कर रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘वह (मोदी) आरएसएस की कठपुतली और दलित विरोधी हैं। उन्होंने देश की प्रथम नागरिक मुर्मू (मौजूदा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू) को राम मंदिर में पूजा नहीं करने दी, उन्होंने उन्हें नये संसद भवन का उद्घाटन भी नहीं करने दिया और उन्होंने रामनाथ कोविंद (पूर्व राष्ट्रपति) को (नये संसद भवन) की आधारशिला नहीं रखने दी।’’

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