एमएसएमई के लिये वित्तीय पैकेज जल्द घोषित होने की उम्मीद: गडकरी
एमएसएमई क्षेत्र का देश की आर्थिक वृद्धि में 29 प्रतिशत और निर्यात में 48 प्रतिशत का योगदान है। यह क्षेत्र रोजगार पैदा करने के मामले में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। बहरहाल क्षेत्र बहुत बड़े संकट के दौर से गुजर रहा है। कोरोना वायरस बीमारी की वजह से लाखों इकाइयां घाटे में चल रही हैं और ऐसे समय जब वह अपने अस्तित्व के संकट से जूझ रही हैं रोजगार की संभावनायें भी धूमिल हो रही हैं।
नयी दिल्ली, पांच मई केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि उन्हें सरकार की तरफ से सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्योगों (एमएसएमई) के लिये जल्द ही वित्तीय पैकेज घोषित किये जाने की उम्मीद है।
एमएसएमई क्षेत्र का देश की आर्थिक वृद्धि में 29 प्रतिशत और निर्यात में 48 प्रतिशत का योगदान है। यह क्षेत्र रोजगार पैदा करने के मामले में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। बहरहाल क्षेत्र बहुत बड़े संकट के दौर से गुजर रहा है। कोरोना वायरस बीमारी की वजह से लाखों इकाइयां घाटे में चल रही हैं और ऐसे समय जब वह अपने अस्तित्व के संकट से जूझ रही हैं रोजगार की संभावनायें भी धूमिल हो रही हैं।
एमएसएमई मंत्री ने कहा, ‘‘सरकार में इस स्थिति को लेकर पूरी गंभीरता से विचार किया जा रहा है और हम अपने स्तर पर हर संभव प्रयास कर रहे हैं। हम सभी संबंद्ध पक्षों से बातचीत कर रहे हैं और विभिन्न विभागों के बीच एक दूसरे से भी विचार विमर्श किया जा रहा है। हम एमएसएमई क्षेत्र के लिये एक बेहतर पैकेज पाने के लिये हर संभव प्रयास कर रहे हैं। इस क्षेत्र में समस्या काफी गंभीर है और हम ऐसे में उनका समर्थन कर रहे हैं।’’
गडकरी ने एक टीवी समाचार चैनल से कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि जितना जल्दी संभव हो सकेगा सरकार की तरफ से पैकेज घोषित किया जायेगा।’’
उन्होंने इसके अलावा यह भी कहा कि राज्य सरकारों और विदेशी कंपनियां जो कि भारत में निवेश करने की इच्छा रखती हैं उनके साथ बेहतर समन्वय के लिये एक विशेष संयुक्त सचिव की नियुक्ति की गई है।
गडकरी ने कहा कि विदेशी कंपनियों को देश में बेहतर सम्मान और सुविधाओं के साथ ही सभी तरह की मंजूरियां तीन माह के भीतर दे दी जायेंगी।
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