Maharashtra: महाराष्ट्र के लातूर में 300 हेक्टेयर भूमि पर किसान जैविक खेती करेंगे

महाराष्ट्र के लातूर जिले की एक कंपनी राज्य कृषि विभाग के अधीन 300 हेक्टेयर भूमि पर जैविक खेती करेगी. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि इस योजना के तहत किसानों के 15 समूह बनाए गए हैं, जिनमें से प्रत्येक समूह को अगले तीन वर्षों में चाकुर तहसील में जैविक खेती करने के लिए 10-10 लाख रुपये मिलेंगे.

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लातूर (महाराष्ट्र), 9 अप्रैल : महाराष्ट्र के लातूर जिले की एक कंपनी राज्य कृषि विभाग के अधीन 300 हेक्टेयर भूमि पर जैविक खेती करेगी. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि इस योजना के तहत किसानों के 15 समूह बनाए गए हैं, जिनमें से प्रत्येक समूह को अगले तीन वर्षों में चाकुर तहसील में जैविक खेती करने के लिए 10-10 लाख रुपये मिलेंगे.

अधिकारी के मुताबिक, ‘‘खेती के लिए रासायनिक उर्वरकों, कीटनाशकों और खर-पतवार नाशकों का बहुतायात में उपयोग किया जा रहा है. इसके हानिकारक प्रभावों को रोकने के लिए राज्य कृषि विभाग पारंपरिक कृषि विकास योजना (सीएडीएस) के तहत जैविक खेती को बढ़ावा दे रहा है.’’ उन्होंने बताया, ‘‘नालेगांव स्थित कंपनी कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन प्रणाली के तहत जिले में 300 हेक्टेयर भूमि में जैविक खेती के लिए समन्वय करेगी. प्रत्येक किसान समूहों को दी जाने वाले 10 लाख रुपये में भागीदारी गारंटी प्रणाली (पीजीएस) प्रमाणन भी शामिल होगी.’’ यह भी पढ़ें : Practo Layoffs : हेल्थटेक प्लेटफॉर्म प्रैक्टो ने 41 कर्मचारियों की छंटनी की, जिनमें ज्यादातर इंजीनियर शामिल

अधिकारी ने बताया कि इन किसान समूहों को मृदा परीक्षण, हरी खाद, खाद डिपो स्थापित करने और प्राकृतिक उर्वरक खरीदने में भी मदद मिलेगी. उन्होंने बताया कि प्रत्येक समूहों में नालेगांव, अजनसोंडा (खुर्द), सावंतवाड़ी, हटकरवाड़ी, उकाचीवाड़ी, हुडगेवाड़ी, लिंबलवाड़ी, सुगांव और घरनी गांवों के 20 किसान शामिल हैं. ‘कृषि प्रौद्योगिकी व्यवस्था प्रबंधन प्रणाली’ के परियोजना निदेशक दत्तात्रेय गवासाने ने बताया, ‘‘इसका उद्देश्य उपभोक्ताओं को रसायन मुक्त उत्पाद उपलब्ध कराना है.’’

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