Sudan Violence: विदेश मंत्री सूडान से भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करें- कांग्रेस
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. कांग्रेस ने हिंसाग्रस्त सूडान में कर्नाटक के कई लोगों के फंसे होने को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के बीच आरोप -प्रत्यारोप के बाद सोमवार को जयशंकर पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें अपने ‘राजनीतिक आका’ के प्रति वफादारी का सबूत देने के बजाय यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी हो।
नयी दिल्ली, 19 अप्रैल: कांग्रेस ने हिंसाग्रस्त सूडान में कर्नाटक के कई लोगों के फंसे होने को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के बीच आरोप -प्रत्यारोप के बाद सोमवार को जयशंकर पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें अपने ‘राजनीतिक आका’ के प्रति वफादारी का सबूत देने के बजाय यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी हो. यह भी पढ़ें: Sudan Violence: विदेश मंत्री जयशंकर ने सऊदी अरब, यूएई के अपने समकक्ष से सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘एक पूर्व मुख्यमंत्री की वास्तविक अपील पर विदेश मंत्री की सबसे दयनीय प्रतिक्रिया आई है. एक ऐसे व्यक्ति इस तरह से निम्न स्तर पर आए हैं जिन्हें मैं बहुत अच्छी तरह जानता हूं और जिन्होंने नयी वफादारी विकसित कर ली है और यह दिखाना चाहते हैं कि जो कहते हैं, वो करते हैं.’’ कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं विदेश मंत्री की प्रतिक्रिया से बहुत स्तब्ध हूं. इस सरकार के लोगों के साथ समस्या है कि हर चीज पर भड़क जाते हैं. सिद्धरमैया जी ने सिर्फ कर्नाटक के लोगों की सुरक्षित वापसी का आग्रह किया था.’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘इस सरकार में मंत्रियों की दिक्कत है कि वो अपने राजनीतिक आका के प्रति वफादारी का सबूत देने के लिए इतना उत्सुक रहते हैं कि यह भूल जाते हैं कि उन्होंने कुछ जिम्मेदारी और जवाबदेही की शपथ ली है.’’ सुप्रिया ने कहा, ‘‘आप (जयशंकर) जो मने करे वो करिये, लेकिन यह सुनिश्चित करिये कि सभी लोगों की सुरक्षित वापसी हो.’’
उल्लेखनीय है कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कांग्रेस नेता सिद्धरमैया पर उनके इस दावे को लेकर निशाना साधा था कि कर्नाटक के 31 लोग हिंसा प्रभावित सूडान में फंसे हुए हैं.
सूडान में पिछले पांच दिन से देश की सेना और एक अर्धसैनिक बल के बीच भीषण लड़ाई हो रही है जिसमें करीब 100 लोग मारे गए हैं.
जयशंकर ने ट्वीट किया था, "आपके ट्वीट से स्तब्ध हूं! लोगों की जिंदगी खतरे में है, राजनीति मत कीजिए। 14 अप्रैल को लड़ाई शुरू होने के बाद से, खार्तूम में भारतीय दूतावास सूडान में ज्यादातर भारतीय नागरिकों और पीआईओ के साथ लगातार संपर्क में है." उन्होंने कहा था, ‘‘उनकी स्थिति का राजनीतिकरण करना घोर गैर-जिम्मेदाराना है. कोई भी चुनावी लक्ष्य विदेशों में भारतीयों की जान को खतरे में डालने को सही नहीं ठहराता है.’’
जयशंकर की यह प्रतिक्रिया सिद्धरमैया द्वारा सिलसिलेवार ट्वीट किए जाने के बाद आई है.
सिद्धरमैया ने ट्वीट किया था, ‘‘जानकारी मिली है कि कर्नाटक के हक्की-पिक्की आदिवासी समूह के 31 लोग सूड़ान में फंसे हुए हैं जहां गृह युद्ध जारी है. मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री, विदेश मंत्री और मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से अपील करूंगा कि वे तत्काल हस्तक्षेप करें और उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करें’’
सूडान की राजधानी खार्तूम में जारी व्यापक हिंसा के बीच वहां भारतीय दूतावास ने सोमवार को जारी अपने ताजा परामर्श में भारतीयों से अपने घरों से बाहर नहीं निकलने एवं शांत रहने को कहा. दूतावास ने रविवार को कहा था कि खार्तूम में गोली लगने से घायल एक भारतीय नागरिक की मौत हो गई.
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