जरुरी जानकारी | जनवरी में निर्यात 6.16 प्रतिशत बढ़ा, व्यापार घाटा कम होकर 14.54 अरब डॉलर पर आया

नयी दिल्ली, 15 फरवरी देश के निर्यात में लगातार दूसरे महीने वृद्धि दर्ज की गयी है। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़े के अनुसार देश का निर्यात इस साल जनवरी में 6.16 प्रतिशत बढ़कर 27.45 अरब डॉलर रहा।

मंत्रालय के अनंतिम आंकड़ों के अनुसार औषधि और इंजीनियरिंग क्षेत्रों में अच्छी वृद्धि से निर्यात बढ़ा है।

जनवरी 2021 में आयात 2 प्रतिशत बढ़कर 42 अरब डॉलर रहा।

इससे आलोच्य महीने के दौरान व्यापार घाटा कम होकर 14.54 अरब डॉलर रहा जो जनवरी 2020 में 15.3 अरब डॉलर था। दिसंबर 2020 में यह 15.44 अरब डॉलर था।

आंकड़ों के अनुसार आलोच्य महीने में औषधि निर्यात 16.4 प्रतिशत बढ़कर 2 अरब डॉलर और और इंजीनियरिंग वस्तुओं का निर्यात 19 प्रतिशत बढ़कर 7.4 अरब डॉलर रहा।

जिन अन्य क्षेत्रों में अच्छी वृद्धि दर्ज की गयी है, उनमें ऑयल मील, लौह अयस्क, तंबाकू, चावल, फल और सब्जी, काजू, प्लास्टिक और रसायन शामिल हैं।

जिन निर्यात क्षेत्रों में नकारात्मक वृद्धि दर्ज की गयी है, उनमें पेट्रोलियम उत्पाद, सिले-सिलाये कपड़े और चमड़ा शामिल हैं। जहां पेट्रोलियम उत्पादों में 32 प्रतिशत की गिरावट आयी, वही सिले-सिलाये कपड़ों में 10.73 प्रतिशत और चमड़े में 18.6 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी।

पिछले साल दिसंबर में देश का वस्तु निर्यात 0.14 प्रतिशत बढ़ा था।

सोने का आयात इस साल जनवरी में 155 प्रतिशत उछलकर 4 अरब डॉलर रहा।

इसके अलावा दाल, मोती, मूल्यवान और अर्द्ध-मूल्यवान पत्थरों, कच्चा कपास, खाद्य तेल, रसायन और मशीन उपकरणों के आयात में वृद्धि दर्ज की गयी है।

हालांकि वित्त वर्ष 2020-21 में अप्रैल-जनवरी के दौरान संचयी रूपसे निर्यात 13.58 प्रतिशत घटकर 228.25 अरब डॉलर रहा जो एक साल पहले इसी अवधि में 264.13 अरब डॉलर था।

इसी प्रकार, आयात चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जनवरी के दौरान 26 प्रतिशत घटकर 300.26 अरब डॉलर रहा।

जनवरी 2021 में तेल आयात 27.72 प्रतिशत घटकर 9.40 अरब डॉलर रहा जो एक साल पहले इसी महीने में 13.01 अरब डॉलर था।

आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष अप्रैल-जनवरी में तेल आयात 42.5 प्रतिशत बढ़कर 63.09 अरब डॉलर रहा जो एक साल पहले 2019-20 की इसी अवधि में 109.72 अरब डॉलर का था।

व्यापार आंकड़ों के बारे में भारतीय निर्यात संगठनों के महासंघ (फियो) के अध्यक्ष एस के सर्राफ ने कहा कि पेट्रोलियम उत्पाद, चमड़ा, मांस, डेयरी और पॉल्ट्री उत्पाद और रत्न एवं आभूषण के निर्यात वृद्धि में गिरावट चिंता का विषय है। कुल निर्यात में इन क्षेत्रों की भागीदारी महत्वपूर्ण है।

उन्होंने सरकार से निर्यात उत्पादों पर शुल्कों तथा करों में छूट (आरओडीटीईपी) दरों को तुरंत अधिसूचित करने को कहा है। इससे व्यापार और उद्योग के मन में जो अनिश्चितताएं हैं, वह दूर होंगी और उन्हें विदेशी खरीदारों से नये आर्डर लेने में मदद मिलेगी।

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