सुनिश्चित करें कि प्रवासी मजदूर सड़कों पर पैदल न चलें : दिल्ली सरकार ने अधिकारियों से कहा

एक आदेश में कहा गया कि अगर प्रवासी कामकार सड़क या रेल पटरी पर पैदल चलते पाए जाते हैं, तो उन्हें तत्काल नजदीक के आश्रय स्थल ले जाकर तब तक उनके खाने-पीने की व्यवस्था की जानी चाहिए जबतक विशेष ट्रेन या बस से उनके घर जाने का इंतजाम न हो जाए।

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नयी दिल्ली, 16 मई दिल्ली सरकार ने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि प्रवासी मजदूर सड़कों या रेल की पटरियों पर पैदल न चलें। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों को पेश आ रही परेशानियों को खत्म करने के लिये अत्यावश्यक कदम उठाने को कहा है।

एक आदेश में कहा गया कि अगर प्रवासी कामकार सड़क या रेल पटरी पर पैदल चलते पाए जाते हैं, तो उन्हें तत्काल नजदीक के आश्रय स्थल ले जाकर तब तक उनके खाने-पीने की व्यवस्था की जानी चाहिए जबतक विशेष ट्रेन या बस से उनके घर जाने का इंतजाम न हो जाए।

इस बीच, दिल्ली पुलिस ने कोरोना वायरस महामारी की वजह से लागू लॉकडाउन के दौरान छात्रों पर किराए के लिए दबाव बनाने के आरोप में मकान मालिकों के खिलाफ नौ प्राथमिकी दर्ज की हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि सभी नौ मामले उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के मुखर्जी नगर थाने में दर्ज किए गए हैं।

एक स्वास्थ्य बुलेटिन में कहा गया कि दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़ कर 129 हो गई है, जबकि कुल संक्रमितों की संख्या भी शनिवार को बढ़कर 9,333 पहुंच गई।

रोहिणी जेल के 15 कैदी और एक मुख्य वार्डन के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। ये लोग उन 28 कैदियों के साथ बैरक साझा कर रहे थे, जो पूर्व में संक्रमित मिले थे।

एक बार फिर दिल्ली-एनसीआर से हजारों प्रवासी मजदूर विभिन्न राज्यों में अपने घर लौटने के लिये पैदल ही निकल रहे हैं। इनमें से अधिकतर बिहार और उत्तर प्रदेश से हैं।

मुख्य सचिव विजय देव द्वारा प्रवासी मजदूरों पर जारी आदेश में अधिकारियों से कहा गया है कि रेलवे से समन्वय कर उन्हें घर भेजने के काम में तेजी लाई जाए।

देव ने नोडल अधिकारी पी के गुप्ता और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से शुक्रवार को कहा कि “सुनिश्चित करें कि प्रवासी सड़कों या रेल पटरियों पर पैदल न चलें।”

उन्होंने शुक्रवार को जारी आदेश में कहा, “और श्रमिक विशेष ट्रेनें चलाने के लिये रेलवे के साथ उचित सहयोग किया जाना चाहिए जिससे फंसे हुए कामगारों को वापस भेजने के काम में तेजी लाई जा सके।”

आदेश में कहा गया कि सभी श्रमिक ट्रेनों को बिना किसी रुकावट स्वीकार किया जाना चाहिए।

पिछले हफ्ते से ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं, जब घर लौट रहे प्रवासी मजदूर जानलेवा हादसों का शिकार हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लॉकडाउन के दौरान प्रवासी कामगारों की मुश्किलों के हल के लिये तत्काल कदम उठाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि वह औरैया में हुए हादसे में मजदूरों की मौत से बेहद दुखी हैं।

केजरीवाल ने ट्वीट किया, “औरैया हादसे में मजदूरों की जान जाने से बेहद व्यथित हूं। प्रवासी कामगारों की त्रासदी लगातार बदतर होती जा रही है। तत्काल कुछ किये जाने की जरूरत है।”

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