कोच्चि/दिल्ली, 27 मार्च प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन की बेटी वीणा विजयन, उनके स्वामित्व वाली आईटी कंपनी और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ धन शोधन का मामला दर्ज किया है। यह मामला एक निजी खनिज फर्म द्वारा वीणा और उनकी कंपनी को किए गए कथित अवैध भुगतान से संबंधित है। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि एजेंसी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत मामला दर्ज किया है और इसमें संलिप्त लोगों को तलब किए जाने की संभावना है।
उन्होंने बताया कि कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय की जांच इकाई गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (एसएफआईओ) द्वारा दायर एक शिकायत का संज्ञान लेने के बाद ईडी ने मामला दर्ज किया है।
यह मामला आयकर विभाग की जांच पर आधारित है, जिसमें आरोप लगाया गया कि निजी कंपनी कोचीन मिनरल्स एंड रूटाइल लिमिटेड (सीएमआरएल) ने 2018 से 2019 के दौरान वीणा की कंपनी-एक्सालॉजिक सॉल्यूशंस को 1.72 करोड़ रुपये का अवैध भुगतान किया जबकि आईटी फर्म ने कंपनी को कोई सेवा प्रदान नहीं की थी।
कर्नाटक उच्च न्यायालय ने पिछले महीने एसएफआईओ द्वारा शुरू की गई जांच के खिलाफ एक्सालॉजिक सॉल्यूशंस की याचिका खारिज कर दी थी।
‘इनकम टैक्स इंटरिम बोर्ड फॉर सेटलमेंट’ के हवाले से आई खबरों में कहा गया है कि कोच्चि की कंपनी ने पूर्व में वीणा विजयन की कंपनी के साथ कंसल्टेंसी और सॉफ्टवेयर सपोर्ट सर्विसेज के लिए समझौता किया था।
आयकर विभाग के सामने खनन कंपनी के अधिकारियों के बयान के मुताबिक वीणा विजयन की कंपनी द्वारा कोई सेवा प्रदान नहीं करने के बावजूद ‘‘एक प्रमुख व्यक्ति के साथ उनके संबंधों के कारण’’ मासिक आधार पर भुगतान किया गया था।
मुख्यमंत्री ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि ये आरोप उनकी छवि खराब करने और उन्हें बदनाम करने के लिए लगाए गए हैं।
सूत्रों ने कहा कि ईडी निजी कंपनी द्वारा ‘‘प्रभावशाली और राजनीति से जुड़े व्यक्तियों’’ को किए गए सभी कथित अवैध भुगतान की जांच करेगी।
इस बीच, केरल में सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने मुख्यमंत्री विजयन की बेटी और उनकी आईटी कंपनी के खिलाफ धन शोधन का मामला दर्ज करने के ईडी के फैसले की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि केंद्रीय एजेंसी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए ‘‘दिहाड़ी मजदूर’’ की तरह काम कर रही है।
माकपा के प्रदेश सचिव एम वी गोविंदन ने ईडी की तीखी आलोचना करते हुए एजेंसी की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए। उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ईडी देश की प्रमुख एजेंसियों में से एक है, जिसके बारे में उच्चतम न्यायालय ने कहा है कि उसने अपनी विश्वसनीयता खो दी है।
क्या केंद्रीय एजेंसी जांच के माध्यम से मुख्यमंत्री को निशाना बना रही है, यह पूछे जाने पर गोविंदन ने कहा, ‘‘आप किसी को भी राजनीतिक रूप से निशाना बना सकते हैं। लेकिन सवाल यह है कि निशाना किसे बनाया जा रहा है। ईडी भाजपा के लिए दिहाड़ी मजदूर की तरह काम कर रही है।’’
माकपा नेता ने मामले में नेता प्रतिपक्ष वी डी सतीसन के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि यह कदम कांग्रेस नेताओं को चुप करने का प्रयास है, जिन्होंने इस बात पर अफसोस जताया था कि केंद्रीय एजेंसी केरल सरकार और नेताओं के खिलाफ कोई जांच क्यों नहीं शुरू कर रही है।
गोविंदन ने आरोप लगाया कि पहले केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल केवल राजनीतिक लाभ के लिए किया जाता था, लेकिन अब उनका इस्तेमाल केंद्र सरकार और भाजपा द्वारा काला धन रखने वालों और अपराधियों को धमकी देकर धन इकट्ठा करने के लिए भी किया जाता है। उन्होंने कहा, ‘‘माकपा और उसके कार्यकर्ता ऐसे हथकंडों के सामने झुकने वाले नहीं हैं।’’
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