जहांगीरपुरी में ड्रोन से की जा रही है निगरानी, कोई दोषी बच नहीं पाएगा: दिल्ली पुलिस प्रमुख
दिल्ली (Photo Credit : Twitter)

नयी दिल्ली,19 अप्रैल : दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने हनुमान जयंती के पर्व पर निकाली गयी शोभायात्रा के आयोजकों के खिलाफ सोमवार को एक प्राथमिकी दर्ज की. शनिवार को निकाली गई इस शोभायात्रा के दौरान दिल्ली के जहांगीरपुरी (Jahangirpuri) इलाके में सांप्रदायिक हिंसा फैल गयी थी. क्षेत्र पर कड़ी निगरानी के लिए ड्रोन की मदद ली जा रही है और पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी के अशांत उत्तर-पश्चिम इलाके में सड़कों पर गश्त की. साम्प्रदायिक झड़प को लेकर राजनीतिक दलों के निशाने पर आये दिल्ली पुलिस के आयुक्त राकेश अस्थाना ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हिंसक झड़पों में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वे किसी भी वर्ग, पंथ या धर्म के हों. दिल्ली पुलिस ने झड़पों के दो दिन बाद स्वीकार किया कि हिंदू संगठनों द्वारा आयोजित तीसरी हनुमान जयंती शोभायात्रा को प्रशासनिक अनुमति नहीं दी गई थी.

पुलिस ने सोनू नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया जिसने कथित तौर पर पुलिस पर गोलियां चलाई थीं. हिंसा की घटना में आठ पुलिसकर्मियों और एक नागरिक सहित नौ लोग घायल हो गए थे. इस मामले में अभी तक कुल 25 लोगों को पकड़ा गया है. इनमें दो किशोर भी शामिल हैं. पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी एवं विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के एक स्थानीय नेता प्रेम शर्मा से पूछताछ की और बाद में उसे छोड़ दिया. पुलिस के अनुसार, वह 200 से अधिक वीडियो की पड़ताल कर रहे हैं ताकि उन लोगों की पहचान की जा सके जो हिंसा के पीछे थे. अस्थाना ने कहा कि 16 अप्रैल की झड़पों की जांच के लिए 14 टीमों का गठन किया गया है. अस्थाना ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए हनुमान जयंती शोभायात्रा के दौरान एक मस्जिद के ऊपर भगवा झंडा लगाने के कथित प्रयासों के दावों का खंडन किया. यह भी पढ़ें : देवरिया में सड़क हादसे में छह लोगों की मौत, 12 से अधिक घायल

पुलिस उपायुक्त (उत्तर-पश्चिम) उषा रंगनानी ने कहा कि बिना अनुमति के जुलूस निकालने के लिए आयोजकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. उन्होंने कहा कि एक आरोपी जांच में शामिल हुआ है. उन्होंने कहा कि दिन में पहले निकाली गई दो ऐसी "हनुमान यात्रा" को आवश्यक प्रशासनिक अनुमति थी. इससे पहले उन्होंने दिन में कहा था कि उत्तर पश्चिम दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में बिना अनुमति के धार्मिक शोभायात्रा निकालने पर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल के सदस्यों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया गया है. दिल्ली पुलिस ने एक बयान में कहा था कि विश्व हिंदू परिषद के एक स्थानीय नेता प्रेम शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है. हालांकि इस बयान को बाद में वापस ले लिया गया. पुलिस द्वारा जारी संशोधित बयान में विहिप और बजरंग दल का भी नाम नहीं है.

इसबीच विहिप ने सोमवार को धमकी दी कि अगर जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती शोभयात्रा के दौरान हुई हिंसा के संबंध में उसके कार्यकर्ताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई की गयी तो वह दिल्ली पुलिस के खिलाफ ‘‘आंदोलन’’ करेगा. विहिप का यह बयान तब आया जब पुलिस ने कहा कि उसने आयोजकों के खिलाफ बिना अनुमति के शोभायात्रा निकालने के लिए एक प्राथमिकी दर्ज की है और स्थानीय विहिप नेता प्रेम शर्मा को गिरफ्तार किया है. पुलिस कार्रवाई पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने ‘पीटीआई-’ से कहा, ‘‘हमें पता चला है कि विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है और एक कार्यकर्ता को भी गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने भारी गलती की है.’’