ताजा खबरें | गरीबों के सपनों को कभी पूरा नहीं कर सकते घोर परिवारवादी : मोदी
Get latest articles and stories on Latest News at LatestLY. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि सिर्फ अपनी तिजोरियां भरने की फिराक में रहने वाले ‘‘घोर परिवारवादी’’ लोग गरीबों के सपनों को कभी पूरा नहीं कर सकते।
जौनपुर (उप्र), तीन मार्च प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि सिर्फ अपनी तिजोरियां भरने की फिराक में रहने वाले ‘‘घोर परिवारवादी’’ लोग गरीबों के सपनों को कभी पूरा नहीं कर सकते।
मोदी ने यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और इसकी अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित एक रैली में विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने कहा, "घोर परिवारवादी लोग गरीब के सपनों को कभी पूरा नहीं कर सकते। सरकार चलाने का इन माफियावादियों का तरीका रहा है कि उत्तर प्रदेश को लूटो और गरीबों के सपनों को कुचलो। इन्हें कभी आपका दर्द, आपकी मुसीबत नजर नहीं आई।"
प्रधानमंत्री ने समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का जिक्र करते हुए कहा, "मैं दिल्ली से उनको चिट्ठी भेजता था क्योंकि उनकी सरकार थी। मैं बार-बार कहता था कि भारत सरकार पैसे दे रही है। आप गरीबों के लिए घर बनाने के काम को शुरू करिए लेकिन आप हैरान हो जाएंगे कि मेरे पत्र फाइल हो जाते थे लेकिन गरीब की जिंदगी की उन्हें परवाह नहीं थी। उन्हें सिर्फ एक ही काम था कि जहां से तिजोरी भरने का मौका मिले, वही काम करो। उनको पता था कि मोदी जो दिल्ली से पैसा भेज रहा है उसका हिसाब मांगेगा तो पकड़े जाएंगे इसलिए वह गरीबों की चिंता नहीं करते थे।"
मोदी ने दावा किया कि अखिलेश की सरकार में जौनपुर में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मात्र एक घर की स्वीकृति दी गई थी जबकि वर्ष 2017 में भाजपा की सरकार बनने पर यहां 30,000 घरों की मंजूरी दी गई और उनमें से 15,000 बनकर तैयार भी हो चुके हैं।
पूर्वांचल में फैलने वाली जानलेवा बीमारी इंसेफेलाइटिस का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "घोर परिवारवादियों ने जिस पूर्वांचल को दिमागी बुखार का कहर भुगतने के लिए छोड़ दिया था, वहां आज मेडिकल कॉलेजों का नेटवर्क तैयार हो रहा है। हमने प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में आधी सीटों पर फीस घटाकर सरकारी मेडिकल कॉलेज के बराबर करने का एक बहुत बड़ा फैसला लिया है।"
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