जरुरी जानकारी | वैश्विक बिकवाली दबाव से घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट, बैंक, वित्त शेयरों को सर्वाधिक नुकसान

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. अमेरिका के वॉल स्ट्रीट में प्रौद्योगिकी कंपनियों के शेयरों में बिकवाली दबाव का घरेलू शेयर बाजारों पर भी असर हुआ। निवेशकों की बिकवाली से शुक्रवार को सेंसेक्स 634 अंक लुढ़क गया और निफ्टी 11,350 अंक के स्तर से नीचे आ गया।

मुंबई, चार सितंबर अमेरिका के वॉल स्ट्रीट में प्रौद्योगिकी कंपनियों के शेयरों में बिकवाली दबाव का घरेलू शेयर बाजारों पर भी असर हुआ। निवेशकों की बिकवाली से शुक्रवार को सेंसेक्स 634 अंक लुढ़क गया और निफ्टी 11,350 अंक के स्तर से नीचे आ गया।

रिलायंस इंडस्ट्रीज समेत बैंक व वित्त समूह के शेयरों का गिरावट में प्रमुख योगदान रहा।

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बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स कारोबार की शुरुआत में नीचे खुला और पूरे कारोबार के दौरान दबाव में रहा। अंतत: यह 633.76 अंक यानी 1.63 प्रतिशत गिरकर 38,357.18 अंक पर बंद हुआ।

एनएसई निफ्टी भी 193.60 अंक यानी 1.68 प्रतिशत गिरकर 11,333.85 अंक पर बंद हुआ।

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मारुति सुजुकी को छोड़ कर सेंसेक्स की सभी कंपनियां नुकसान में रहीं। मारुति सुजुकी का शेयर 1.70 प्रतिशत बढ़त में रहा।

सेंसेक्स की कंपनियों में एक्सिस बैंक का शेयर सर्वाधिक 4.07 प्रतिशत गिरावट में रहा। इसके अलावा टाटा स्टील, भारतीय स्टेट बैंक, एनटीपीसी, भारती एयरटेल, आईटीसी, टाइटन, आईसीआईसीआई बैंक, इंडसइंड बैंक और एचडीएफसी के शेयर गिरावट में रहे।

कारोबारियों के अनुसार, घरेलू बाजार ने भी वैश्विक बाजारों की बिकवाली का अनुसरण किया। प्रौद्योगिकी कंपनियों के शेयरों में गिरावट से अमेरिका के वॉल स्ट्रीट में शेयर बाजार गिरावट में बंद हुए। नासडैक करीब पांच प्रतिशत की गिरावट में रहा। डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में 807.77 अंक यानी 2.78 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी।

इसके बाद एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कम्पोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग, जापान का निक्की और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 1.25 प्रतिशत तक की गिरावट में रहे। हालांकि, यूरोपीय बाजारों में कारोबार की मजबूती के साथ शुरुआत हुई।

पूरे सप्ताह की यदि बात की जाये तो सेंसेक्स में 1,110.13 अंक यानी 2.81 प्रतिशत की गिरावट रही। वहीं निफ्टी 313.75 अंक यानी 2.69 प्रतिशत के नुकसान में रहा।

कोटक सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष (पीसीजी रिसर्च) संजीव जरबड़े ने कहा कि सप्ताह के दौरान बाजार सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के उम्मीद से कमजोर आंकड़े और माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के संग्रह में कमी को लेकर सतर्क रहा। हालांकि, वाहनों की बिक्री और खरीद प्रबंधकों के सूचकांक में कुछ सुधार दर्ज किया गया।

उन्होंने कहा, ‘‘विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने पिछले पांच दिवसों में 18.4 करोड़ डॉलर के शेयरों की खरीद की है, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने इस दौरान 28.7 करोड़ डॉलर के शेयरों की बिकवाली की।’’

उन्होंने कहा कि भारत-चीन सीमा तनाव, संक्रमण के बढ़ते मामले, वैश्विक बाजार की गिरावट और मूल्यांकन घरेलू बाजार के लिये प्रमुख जोखिम हैं।

बीएसई के सभी समूह नुकसान में बंद हुए। धातु, विद्युत, दूरसंचार, रियल्टी, बैंकेक्स और यूटिलिटी के सूचकांक 2.99 प्रतिशत तक गिर गये। बीएसई का मिड कैप और स्मॉल कैप भी 1.74 प्रतिशत तक की गिरावट में रहा।

इस बीच विदेशी मुद्रा बाजार में, रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 33 पैसे बढ़कर 73.14 पर बंद हुआ। वहीं, कच्चा तेल के वैश्विक मानक ब्रेंट क्रूड का वायदा 0.91 प्रतिशत बढ़कर 44.47 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।

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