छत्रपति संभाजीनगर, 16 जनवरी मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि धनंजय मुंडे के ‘गिरोह’ ने बीड के सरपंच संतोष देशमुख के परिवार को बर्बाद कर दिया है।
देशमुख की पिछले महीने हत्या कर दी गई थी।
जरांगे ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता और महाराष्ट्र के मंत्री धनंजय मुंडे के सहयोगी वाल्मीक कराड का जिक्र करते हुए दावा किया कि इस गिरोह को सिर्फ राजनीति से पैसा कमाने और पैसे के दम पर राजनीति करने की चिंता है।
मासजोग गांव के सरपंच देशमुख का नौ दिसंबर को अपहरण कर उन्हें प्रताड़ित किया गया और फिर उनकी हत्या कर दी गई। देशमुख ने बीड जिले में एक पवनचक्की परियोजना लगा रही एक ऊर्जा कंपनी से जबरन वसूली के प्रयास को रोकने की कोशिश की थी।
पुलिस ने कहा कि अपराध के समय कराड अपने हत्यारों के संपर्क में था।
मारे गए सरपंच के भाई धनंजय देशमुख ने बृहस्पतिवार को बीड में जरांगे से मुलाकात की, जिसके एक दिन बाद कराड को महाराष्ट्र पुलिस की विशेष जांच टीम की हिरासत में भेज दिया गया।
जरांगे ने कहा, ‘‘धनंजय मुंडे के गिरोह ने संतोष देशमुख के परिवार को तबाह कर दिया है। इस गिरोह को इस अपराध के लिए शाप मिलेगा।’’
विपक्ष, कराड के साथ संबंधों को लेकर मंत्री मुंडे से इस्तीफे की मांग कर रहा है। इस मांग का समर्थन सत्तारूढ़ भाजपा के विधायक सुरेश धस ने भी किया है।
जरांगे ने कहा, ‘‘मुंडे का गिरोह मानवीयता को नहीं समझता। इसे केवल राजनीति से पैसा कमाने और पैसे के बल पर राजनीति करने की चिंता है। कुछ गिरोह आरोपी (कराड) की रिहाई की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन भी कर रहे हैं। ऐसे गिरोहों की हरकतें राज्य की छवि को खराब कर रही हैं।’’
सरपंच की हत्या ने जाति संघर्ष का रूप ले लिया है क्योंकि देशमुख मराठा थे, जबकि अधिकतर आरोपी वंजारी हैं, जो बीड क्षेत्र का एक प्रमुख समुदाय है।
संतोष देशमुख के भाई धनंजय देशमुख ने कहा कि जरांगे की तबीयत ठीक नहीं थी, इसलिए वह मराठा कार्यकर्ता से मिलने आए थे।
उन्होंने कहा, ‘‘हम बस यही चाहते हैं कि जांच ठीक से हो और न्याय मिले।’’
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