यात्रियों की सुविधा के लिए लोकसभा में रेलवे परियोजनाओं को जल्द पूरा करने की मांग उठी

लोकसभा में सोमवार को कुछ सदस्यों ने सरकार से कई रेलवे परियोजनाओं को गति देने का आग्रह किया और कहा कि उन स्टेशनों को विकसित करने पर विशेष ध्यान देना चाहिए जो पहले उपेक्षित रह गए और जहां पर्यटन की प्रबल संभावना है,

प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credits ANI)

नई दिल्ली, 13 फरवरी:  लोकसभा में सोमवार को कुछ सदस्यों ने सरकार से कई रेलवे परियोजनाओं को गति देने का आग्रह किया और कहा कि उन स्टेशनों को विकसित करने पर विशेष ध्यान देना चाहिए जो पहले उपेक्षित रह गए और जहां पर्यटन की प्रबल संभावना है.  वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के सांसद एन. रेडप्पा की ओर से लाए गए निजी संकल्प ‘आदर्श स्टेशन योजना के अंतर्गत रेलवे स्टेशनों का सौंदर्यीकरण और आधुनिकीकरण आदि’ पर चर्चा में कई सांसदों ने भाग लिया.

इस निजी संकल्प पर पिछले सत्र में अधूरी रह गई चर्चा को आगे बढ़ाते हुए भारतीय जनता पार्टी के सांसद निहाल चंद ने कहा कि 63 वर्षों में रेलवे में जो काम हुए थे, उतने काम इस सरकार ने नौ वर्ष में किये हैं. उन्होंने कहा कि राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में रेलवे के विकास पर विशेष ध्यान दिए जाने की जरूरत है. भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि जहां भी रेलवे की आवश्यकता है, यह सरकार वहां रेलवे परियोजना ले जाती है. यह भी पढ़े: Railway Budget 2023: रेलवे के लिए अबतक के सबसे बड़े बजट का ऐलान, नई योजनाओं के लिए 75 हजार करोड़

उनका कहना था, ‘‘2014 के पहले स्टेशनों पर सिर्फ गंदगी होती थी.कोई वहां देर तक खड़ा नहीं हो सकता था. लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है. इस सरकार ने स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया है.

उन्होंने कहा, ‘‘बड़े शहरों से अलग हटकर उन स्थानों के स्टेशनों को विकसित करने की जरूरत है जहां पर्यटन की पूरी संभावना है.  तृणमूल कांग्रेस के सौगत रॉय ने कहा कि अगर रेलवे का अलग बजट होता तो बेहतर होता.

उन्होंने व्यंग्यात्मक अंदाज में कहा, ‘‘मैं धन्यवाद करता हूं कि रेल मंत्री ने कहा है कि रेलवे का निजीकरण नहीं होगा. पहले सरकार आंशिक निजीकरण के बारे में सोच रही थी. अच्छी बात है कि ऐसा नहीं हो रहा है. उनका यह भी कहना था, ‘‘रेलवे राष्ट्रीय संपत्ति है और इसे हमें बरकरार रखना चाहिए.

रॉय ने रेल मंत्री से आग्रह किया कि उन परियोजनाओं को पूरा किया जाए जो ममता बनर्जी के रेल मंत्री रहते समय शुरू की गयी थीं. बसपा के मलूक नागर ने दिल्ली से हस्तिनापुर के बीच ट्रेन की मांग की।.

कांग्रेस के उत्तम कुमार रेड्डी ने सरकार से आग्रह किया कि तेलंगाना की रेल परियोजनाओं को गति प्रदान की जाए. वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के लाव श्रीकृष्ण ने कहा कि रेलवे को कारोबार के रूप में नहीं, बल्कि सेवा के तौर पर देखना चाहिए. बीजू जनता दल के बी महताब ने कहा कि रेलवे अपने प्रयासों में प्रगति कर रहा है और वह रेल मंत्री को इस दिशा में अच्छे कार्यों के लिए शुभकामनाएं देते हैं.

भाजपा के राजू बिष्ट ने चर्चा में भाग लेते हुए गुवाहाटी से सिलीगुड़ी के बीच एक वंदे भारत ट्रेन चलाये जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि सिलीगुड़ी स्टेशन का उन्नयन होना चाहिए. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के हनुमान बेनीवाल ने अपने संसदीय क्षेत्र नागौर के अनेक स्टेशनों को अमृत भारत स्टेशन योजना में शामिल करने की मांग की.

तेलुगूदेसम पार्टी के राम मोहन नायडू ने आंध्र प्रदेश में नये दक्षिण तटीय रेलवे जोन की चार साल पहले की गयी घोषणा को लागू करने की मांग की और केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि विशाखापत्तनम में जल्द से जल्द इस रेलवे जोन को परिचालन में लाया जाए. उन्होंने प्रदेश में ब्रिटिश कालीन वाल्टेयर रेलवे डिवीजन को बंद नहीं करने की भी मांग की.

चर्चा अधूरी रही.

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