देश की खबरें | चक्रवात ‘मिगजॉम’ के प्रभाव से ओडिशा के दक्षिणी जिलों में अत्यधिक वर्षा हुई
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. गंभीर चक्रवात ‘मिगजॉम’ के प्रभाव से मंगलवार को ओडिशा के दक्षिणी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश जारी है। कुछ घंटों में चक्रवाती तूफान के आंध्र प्रदेश के नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच तटों पर पहुंचने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने यह जानकारी दी।
भुवनेश्वर, पांच दिसंबर गंभीर चक्रवात ‘मिगजॉम’ के प्रभाव से मंगलवार को ओडिशा के दक्षिणी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश जारी है। कुछ घंटों में चक्रवाती तूफान के आंध्र प्रदेश के नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच तटों पर पहुंचने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि सोमवार की शाम से ओडिशा के मलकानगिरी, कोरापुट, रायगढ़ा, गंजम और गजपति जिलों में बारिश दर्ज की गई है।
मौसम विभाग ने कहा कि सोमवार की शाम साढ़े पांच बजे से मंगलवार को सुबह साढ़े आठ बजे के बीच गजपति में 8.5 मिलीमीटर बारिश हुई, इसके बाद कोरापुट में 8.3 मिलीमीटर, गंजाम में 3.9 मिलीमीटर, मलकानगिरी में 2.5 मिलीमीटर और रायगढ़ा में 1.5 मिलीमीटर बारिश हुई।
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने सोमवार को कहा था कि चक्रवात का ओडिशा पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ेगा, लेकिन मंगलवार को पूर्वी राज्य में कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने का अनुमान है।
आईएमडी के बुलेटिन में कहा गया है कि पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के साथ-साथ दक्षिण आंध्र प्रदेश तट पर भीषण चक्रवाती तूफान पिछले छह घंटों के दौरान 12 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर की दिशा में बढ़ता गया और मंगलवार को सुबह साढ़े आठ बजे यह कवाली से लगभग 40 किलोमीटर उत्तर पूर्व में 80 किलोमीटर, नेल्लोर के उत्तर-उत्तरपूर्व, बापटला से 80 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपश्चिम और मछलीपट्टनम से 140 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपश्चिम में केंद्रित था।
बुलेटिन में कहा गया है कि मौसम प्रणाली के लगभग उत्तर की ओर समानांतर और दक्षिण आंध्र प्रदेश तट के करीब बढ़ने की संभावना है और अगले चार घंटों के दौरान एक गंभीर चक्रवात के रूप में यह बापटला के करीब से होकर आगे जाएगा। इसकी गति 90-100 किलोमीटर प्रति घंटे से बढ़कर 110 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच जाएगी।’’
राज्य के विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) सत्यब्रत साहू ने कहा कि अधिकारियों ने पांच दक्षिणी जिलों - मलकानगिरी, कोरापुट, रायगड़ा, गजपति और गंजम में बचाव कार्यों के लिए ओडीआरएएफ (ओडिशा आपदा त्वरित कार्य बल) की पांच टीम और दमकल सेवा विभाग की आठ टीम को तैनात किया है।
आईएमडी ने छह दिसंबर को गंजम, गजपति, पुरी, नयागढ़, खुर्दा, कटक, जगतसिंहपुर, कंधमाल, कोरापुट, मलकानगिरी और रायगड़ा जिलों में एक या दो स्थानों के लिए भारी बारिश का ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है।
आईएमडी ने तूफानी मौसम की स्थिति की भी चेतावनी दी थी, जिसमें चार दिसंबर की शाम से गजपति, गंजम, पुरी और जगतसिंहपुर जिलों में ओडिशा तट के साथ-साथ 35-45 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार में हवा चल सकती है और इसके धीरे-धीरे आगे बढ़ने की संभावना है। पांच दिसंबर की शाम से अगले 12 घंटों तक हवा की गति 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे से बढ़कर 60 किलोमीटर प्रति घंटे हो जाएगी।
मछुआरों को 4-6 दिसंबर के दौरान ओडिशा तट के आसपास गहरे समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। ‘मिगजॉम’ ने सोमवार को चेन्नई और आसपास के जिलों में कहर बरपाया था, जिससे बाढ़ आ गई और आम जनजीवन प्रभावित हो गया।
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