जरुरी जानकारी | कोविड-19 महामारी ने भारत की दीर्घकालिक वृद्धि को प्रभावित नहीं किया: एन चंद्रशेखरन
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. टाटा समूह के अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन ने मंगलवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी ने भारत की दीर्घकालिक वृद्धि यात्रा को प्रभावित नहीं किया है, हालांकि महामारी के चलते इसमें देरी हुई है।
नयी दिल्ली, 11 जनवरी टाटा समूह के अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन ने मंगलवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी ने भारत की दीर्घकालिक वृद्धि यात्रा को प्रभावित नहीं किया है, हालांकि महामारी के चलते इसमें देरी हुई है।
साथ ही चंद्रशेखरन ने कहा कि इस दशक में भारत वैश्विक वृद्धि दर का नेतृत्व करेगा।
उन्होंने प्रौद्योगिक क्षेत्र की दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के वार्षिक कार्यक्रम ‘फ्यूचर रेडी’ में कहा कि देश में डिजिटल बुनियादी ढांचे का इस्तेमाल करके सभी के लिए स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा तक पहुंच कायम करना एक राष्ट्रीय प्राथमिकता होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि महामारी के दौरान डिजिटल पहुंच में अंतर ने एक विभाजन पैदा किया, और जिन लोगों के पास साधन तथा पहुंच नहीं है, वे पीछे छूट गए हैं।
चंद्रशेखरन ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि महामारी के बाद अर्थव्यवस्था पूरी तरह से खुल गई है। मुझे विश्वास है कि हमारी वृद्धि जारी रहेगी। हमें उपभोक्ता खर्च का पूरा लाभ मिलेगा।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘वास्तव में महामारी ने भारत की दीर्घकालिक वृद्धि यात्रा को प्रभावित नहीं किया है। इसमें देरी हुई है, लेकिन अर्थव्यवस्था का औपचारिकरण, युवा आबादी या मध्यम आय वर्ग में शामिल होने वाले लोग, जैसे सभी मूलभूत कारक पूरी तरह से बने हुए हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि भारत की स्थिति बहुत अनोखी है और भारत की वृद्धि आगे चलकर और अधिक महत्वपूर्ण होने जा रही है। भारत को बड़ी भूमिका निभानी है।’’
उन्होंने जीएसटी, दिवालियापन संहिता, कॉरपोरेट कर की दर में कमी, बैंकों की बैलेंस शीट को मजबूत करने का उदाहरण देते हुए कहा कि ये सभी उपाए महामारी से पहले किए गए थे, और अब विशाल बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जा रहा है।
चंद्रशेखरन ने कहा, ‘‘आज हो रही कई अन्य चीजें भारत की वृद्धि में योगदान देंगी। मेरा अपना आकलन है कि इस दशक में भारत वैश्विक वृद्धि दर का उल्लेखनीय रूप से नेतृत्व करेगा।’’
उन्होंने कहा कि लोग डिजिटल को पहले से अधिक अपना रहे हैं, लेकिन अफसोस की बात है कि इसका प्रसार बराबर नहीं है, जैसे शहरी बच्चे ऑनलाइन शिक्षा पा सकते हैं, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों या गरीब लोगों के पास यह सुविधा समान रूप से उपलब्ध नहीं है, जो एक बड़ी समस्या है।
चंद्रशेखरन ने कहा कि स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा तक सभी की पहुंच को सक्षम करना राष्ट्रीय प्राथमिकता होनी चाहिए।
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