नयी दिल्ली, 13 अप्रैल आर्थिक नीतियों से संबंधित आर्थिक शोध संस्था एनसीएईआर के सर्वेक्षण में कहा गया है कि देश में ज्यादातर लोग कई मोर्चे पर परेशानियों का सामना करने के बावजूद लॉकडाउन दो सप्ताह के लिए बढ़ाने के पक्ष में हैं।
नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च (एनसीएईआर) ने यह सर्वे तीन से छह अप्रैल 2020 के बीच दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में करवाया। इस कोरोना वायरस टेलीफोन सर्वेक्षण (डीसीवीटीएस)में 1,750 लोगों की प्रतिक्रिया ली गयी।
सर्वेक्षण में लगभग 29.3 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उनके परिवार भोजन, खाना पकाने के सामान और ईंधन की कमी का सामना कर रहे है। 25 मार्च से लागू 21 दिनों के लॉकडाउन के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में समस्या ज्यादा है।लॉकडाउन कार्यक्रम के मुताबिक 14 अप्रैल को समाप्त हो रहा है।
सर्वेक्षण में कहा गया, ‘‘कठिनाइयों और चुनौतियों का सामना करने के बावजूद उत्तर देने वालों ने बहुमत के साथ लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने के विचार का समर्थन किया। उत्तर देने वालों में 86.7 प्रतिशत लोगों ने 14 अप्रैल 2020 के बाद दो और सप्ताह के लिए लॉकडाउन बढाने के पक्ष में राय जाहिर की। 62.5 प्रतिशत लोगों ने विस्तार का जोरदार समर्थन किया, जबकि 24.2 प्रतिशत लोग मोटे तौर पर इसके पक्ष में थे।’’
एनसीएईआर के मुताबिक सर्वेक्षण से इस बात का पता चलता है कि इस बीमारी की भयावहता और सामाजिक दूरी के महत्व को लोग अच्छी तरह समझ रहे हैं।
सर्वेक्षण के निष्कर्ष में कहा गया कि ग्रामीण क्षेत्र में 32.6 प्रतिशत परिवारों ने और शहरी क्षेत्र में 25.3 प्रतिशत परिवारों ने प्रतिबंध से आपूर्ति की कमी का अनुभव महसूस किया।
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