बाजार विश्लेषकों ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक के हस्तक्षेप और अमेरिकी डॉलर के चार सप्ताह के निम्न स्तर पर पहुंचने से रुपये को समर्थन प्राप्त हुआ।
अन्तर बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में, डॉलर के मुकाबले रुपया 75.19 पर कमजोर खुला लेकिन बाद में रुपये में सुधार आया और कारोबार के अंत में यह अपने 75.05 रुपये के बंद भाव के मुकाबले 12 पैसे की मजबूती दर्शाता 74.93 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
कारोबार के दौरान रुपये ने 74.92 के दिन के उच्च स्तर और 75.33 के निम्न स्तर को छुआ।
विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार छुट्टियों के कारण मंगलवार और बुधवार को बंद था। 31 मार्च के बाद रुपये में यह पहली तेजी आई है।
कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामले और लॉकडाऊन की आशंकाओं जैसी चिंताओं के कारण सोमवार तक के छह कारोबारी सत्रों में रुपये में लगभग 2.6 प्रतिशत अथवा 193 पैसे की गिरावट आई है।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक बृहस्पतिवार को 259.62 अंक की तेजी के साथ 48,803.68 अंक पर बंद हुआ।
वैश्विक मानक माने जाने वाला, ब्रेंट क्रूड वायदा 0.36 प्रतिशत की हानि के साथ 66.34 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर चल रहा था।
इस बीच, विश्व की छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला, डॉलर सूचकांक, 0.02 प्रतिशत की मामूली तेजी के साथ 91.69 हो गया।
शेयर बाजारों के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे जहां उन्होंने मंगलवार को बाजार से 730.81 करोड़ रुपये के शेयरों की बिकवाली की।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)