लखनऊ, 19 अक्टूबर उत्तर प्रदेश में पार्टी का खोया जनाधार वापस हासिल करने की जद्दोजहद कर रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी राज्य के आगामी विधानसभा चुनाव में 40 प्रतिशत सीटों पर महिला उम्मीदवार उतारेगी।
यहां संवाददाता सम्मेलन में इसका एलान करते हुए प्रियंका ने कहा, “हम चाहते हैं कि महिलाएं पूरी तरह से सत्ता में भागीदार बनें। महिलाएं अगर समाज में बदलाव चाहती हैं तो वे राजनीति में आएं और कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ें।”
उन्होंने कहा, “इसके पीछे कोई छिपा हुआ अर्थ नहीं है। हम चाहते हैं कि राजनीति में महिलाएं सत्ता में पूर्ण भागीदार बनें। हमने तय किया है कि उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी महिलाओं को 40 फीसद टिकट देगी।”
चुनाव सुधारों व लोकतंत्र की मजबूती के लिये काम करने वाले ‘नेशनल इलेक्शन वॉच’ के मुताबिक वर्ष 2017 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में कुल 453 महिला उम्मीदवारों ने किस्मत आजमायी थी, जिनमें से 40 उम्मीदवार चुनी गयी थीं। इनमें भाजपा की 34, कांग्रेस और बसपा की दो—दो तथा अपना दल और सपा की एक—एक महिला प्रत्याशी चुनाव जीती थी। बाद में समय—समय पर हुए उपचुनावों के कारण महिला सदस्यों की संख्या बढ़कर 44 हो गयी।
विधानसभा की वेबसाइट के मुताबिक वर्तमान में विधानसभा में भाजपा की 37, कांग्रेस, बसपा और सपा की दो—दो तथा अपना दल—सोनेलाल की एक महिला विधायक है।
प्रियंका ने खुद के चुनाव मैदान में उतरने की संभावना से जुड़े सवाल पर कहा, “अभी यह तय नहीं हुआ है, चुनाव में अभी कुछ समय है और मैं इसके बारे में सोचूंगी और फिर फैसला लूंगी।”
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि देश को समानता और भागीदारी के पथ पर आगे ले जाना है और जाति और धर्म की राजनीति से बाहर निकालना है तो महिलाओं को आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं को यह खुद करना होगा। प्रियंका ने कहा, “यह निर्णय सभी की मंजूरी के साथ लिया गया है, मुख्य सोच यह है कि महिलाओं को जातियों और धर्मों में विभाजित किया जा रहा है और यह एकजुट होकर एक ताकत के रूप में उभरने में विफल हो रही हैं।”
महिलाओं को इतनी अधिक भागीदारी दिये जाने के औचित्य के बारे में पूछे जाने पर प्रियंका ने कहा, “मेरा बस चलता तो मैं उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में उन्हें 50 प्रतिशत की भागीदारी देती।” उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसा हो भी सकता हैं ।
इस सवाल पर कि प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का मुख्यमंत्री पद का चेहरा कौन होगा, उन्होंने कहा, “अभी इस पर विचार नहीं किया गया है।”
चुनाव में 40 प्रतिशत टिकट महिलाओं को देने के निर्णय के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने राज्य की कई महिलाओं और लड़कियों का नाम लिया और कहा कि यह उनके लिए और उत्तर प्रदेश की हर महिला के लिए है जो न्याय, परिवर्तन व एकता चाहती है, और यह भी चाहती है कि उसका राज्य प्रगति करता रहे।
भाजपा सरकार की उज्ज्वला योजना पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा, “राजनीतिक दल सोचते हैं कि वे गैस का सिलेंडर और दो हजार रूपये देकर महिलाओं को खुश कर सकते हैं।”
राजनीतिक दलों के परिवारों की महिलाओं को टिकट देने के एक सवाल के जवाब में प्रियंका ने कहा कि उन्हें यह नहीं लगता कि नेताओं के परिवारों की महिला सदस्यों को चुनाव में खड़ा करना महिलाओं की भागीदारी के नाम पर इतनी बुरी बात है। उन्होंने कहा, “यह सब इतना बुरा नहीं है, अगर किसी राजनीतिक नेता के परिवार की महिला को टिकट दिया जाता है, और वह चुनाव लड़कर सक्षम हो जाती हैं।”
उन्होंने अमेठी के एक प्रधान का उदाहरण देते हुये कहा कि उसने अपनी पत्नी को चुनाव मैदान में उतारा और कुछ समय बाद अपनी पत्नी को नियंत्रित करने में मदद मांगने के लिए उनके पास आया, क्योंकि उसने अपने फैसले खुद लेना शुरू कर दिये थे।
यह पूछे जाने पर कि क्या पार्टी को 2022 के चुनावों के लिए मजबूत महिला उम्मीदवार मिलेंगी, उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ने से महिलाएं मजबूत होंगी और पार्टी उन्हें पूरा समर्थन देगी।
उन्होंने कहा कि यह फैसला उत्तर प्रदेश में लिया गया है जहां वह पार्टी के मामलों को देख रही हैं। उन्होंने कहा कि यह अन्य राज्यों के लिए एक उदाहरण साबित हो सकता है जहां कांग्रेस की सरकार है और चुनाव जल्द ही होने वाले हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि वह एक नई तरह की राजनीति करना चाहती हैं, उन लोगों के लिए लड़ना चाहती हैं, जो अपनी आवाज उठाने में सक्षम नहीं हैं।
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