मुंबई, तीन मई कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने बुधवार को राकांपा प्रमुख शरद पवार के इस दावे से असहमति जताई कि 2019 में एमवीए के गठन के लिए बातचीत के दौरान कांग्रेस नेतृत्व का रुवैया अड़ियल था।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए बेलगावी में प्रचार कर रहे चव्हाण ने संवाददाताओं से यह बात कही। चव्हाण ने यह भी कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख के रूप में पवार के इस्तीफे से महा विकास अघाड़ी गठबंधन प्रभावित नहीं होगा।
पवार ने अपनी अद्यतन जीवनी में लिखा है कि बातचीत के दौरान कांग्रेस का ‘अहंकार’ स्पष्ट था। कांग्रेस और राकांपा ने 2019 के विधानसभा चुनावों के बाद शिवसेना से हाथ मिला लिया। पवार की अद्यतन जीवनी का विमोचन मंगलवार को हुआ था।
प्रतिक्रिया के लिए पूछे जाने पर, चव्हाण ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व ने शिवसेना के साथ हाथ मिलाने के मुद्दे पर व्यापक और विस्तृत चर्चा की, जिसके कारण देरी हुई।
चव्हाण ने कहा कि कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी थी जबकि शिवसेना और राकांपा महाराष्ट्र तक ही सीमित थीं।
उन्होंने कहा, “हमारे नेतृत्व को शिवसेना के साथ गठबंधन के मुद्दे पर अन्य राज्यों के नेताओं सहित सभी से परामर्श करना पड़ा। यहां तक कि हमारे अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं ने भी कहा कि कांग्रेस को किसी भी कीमत पर भाजपा को महाराष्ट्र में सत्ता में आने से रोकने की जरूरत है। (लेकिन) विचार-विमर्श और परामर्श में समय लगा। यह पवार की धारणा है कि कांग्रेस का रुख अड़ियल था।”
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