कांग्रेस समाज की सामूहिक ताकत को तोड़ना चाहती है, ‘एक हैं तो सेफ हैं’: प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को तोड़कर उन्हें छोटी-छोटी जातियों में बांटना चाहती है. उन्होंने झारखंड की जनता को एकजुट रहने का संदेश देते हुए ‘‘एक हैं तो सेफ (सुरक्षित) हैं’’ का नारा भी बुलंद किया.
बोकारो, 10 नवंबर : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को तोड़कर उन्हें छोटी-छोटी जातियों में बांटना चाहती है. उन्होंने झारखंड की जनता को एकजुट रहने का संदेश देते हुए ‘‘एक हैं तो सेफ (सुरक्षित) हैं’’ का नारा भी बुलंद किया. झारखंड विधानसभा चुनाव के मद्देनजर यहां एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने दावा किया कि कांग्रेस ने देश की आजादी के बाद समाज के इस बिखराव का चुनावी फायदा उठाया और केंद्र में सरकारें बनाती रही. उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस हमेशा से एससी (अनुसूचित जाति), एसटी (अनुसूचित जनजाति) और ओबीसी की एकजुटता की घोर विरोधी रही है. आजादी के बाद जब तक एससी, एसटी और ओबीसी समाज बिखरा रहा, कांग्रेस ‘बांटो और राज करो’ के सिद्धांत के जरिये केंद्र में सरकारें बनाती रही. लेकिन जैसे ही ये समुदाय एकजुट हुए...कांग्रेस फिर पूर्ण बहुमत के साथ केंद्र में अपनी सरकार नहीं बना पाई.’’
मोदी ने लोगों से इस ‘गणित’ को समझने का अनुरोध किया और कहा कि 1990 में ओबीसी समुदाय को जब आरक्षण मिला तब इस समाज की अलग-अलग जातियों का संख्या बल एक साथ जुड़ गया. उन्होंने कहा कि इसके बाद से कांग्रेस अब तक लोकसभा में 250 सीट भी नहीं जीत पाई है. मोदी ने कहा, ‘‘इसलिए कांग्रेस ओबीसी की इस सामूहिक ताकत को तोड़ना चाहती है और समुदाय को सैकड़ों अलग-अलग जातियों में बांट देना चाहती है.’’
प्रधानमंत्री ने बोकारो और धनबाद सहित उत्तरी छोटा नागपुर में रहने वाले लोगों का उल्लेख करते हुए कहा कि इस क्षेत्र में सवा सौ से अधिक ओबीसी जातियां हैं और आज ये सभी ओबीसी के रूप में जानी जाती हैं. उन्होंने कहा कि यही उनकी पहचान और ताकत है. उन्होंने यादव, कुर्मी महतो, तेली, कोइरी, कुशवाहा, नोनिया, बिंद, राजभर और प्रजापति कुम्हार सहित अन्य ओबीसी जातियों का उल्लेख करते हुए कहा कि इनकी एकजुटता देश के विकास की बड़ी ताकत है लेकिन कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) इन्हें आपस में उलझाए रखना चाहते हैं. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘कोई नहीं चाहता है कि समाज बिखरे, समाज छोटे-छोटे टुकड़ों में बंट जाए. इसलिए हमें यह हमेशा याद रखना है कि एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे.’’ यह भी पढ़ें : प्रधानमंत्री ने कबाड़ के निस्तारण से हुई कमाई के लिए विशेष अभियानों की सराहना की
मोदी ने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 की बहाली के संबंध में जम्मू-कश्मीर विधानसभा में प्रस्ताव पारित किए जाने को लेकर भी कांग्रेस और इसके सहयोगियों पर हमला किया. उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस और इसके सहयोगी जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को वापस लाना चाहते हैं ताकि हमारे सैनिक एक बार फिर आतंकवाद की आग का सामना करें.’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मोदी ने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को दफन कर दिया. सात दशकों तक वहां आंबेडकर का संविधान लागू नहीं था.’’ मोदी ने कहा कि यह पहली बार हुआ है जब जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ने भारतीय संविधान के नाम पर शपथ ली. उन्होंने कहा कि यह उनकी तरफ से आंबेडकर को श्रद्धांजलि है.
राज्य में सत्तारूढ़ झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन पर हमला करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘आप मुट्ठी भर रेत के लिए लालायित हैं औ वे इसकी तस्करी कर रहे हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘झामुमो नीत गठबंधन द्वारा पैदा किए गए भर्ती माफिया और पेपर लीक माफिया को जेल भेजा जाएगा तथा युवाओं के भविष्य के साथ खेलने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.’’ मोदी ने ‘‘रोटी, माटी और बेटी’’ के भाजपा के चुनावी नारे का भी जिक्र किया और कहा कि जमीन व बेटियों की सुरक्षा के लिए झारखंड में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार जरूरी है. उन्होंने लोगों से कहा कि वे बांग्लादेशी घुसपैठियों को बाहर निकालने के लिए राजग को वोट दें. भाजपा राज्य के सत्तारूढ़ झामुमो नीत गठबंधन पर घुसपैठियों की मदद करने का आरोप लगाती रही है. झारखंड में विधानसभा चुनाव के तहत दो चरणों में 13 और 20 नवंबर को मतदान होना है जबकि मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी.