कांग्रेस का मार्च भ्रष्टाचार के समर्थन में, गांधी परिवार के ‘2,000 करोड़ रुपये बचाने’ के लिए: भाजपा
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने धन शोधन के एक मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की प्रर्वतन निदेशालय (ईडी) के समक्ष सोमवार को पेशी के दौरान पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं द्वारा मार्च निकालने और ‘‘सत्याग्रह’’ किए जाने को जांच एजेंसी पर खुलेआम दबाव डालने की कांग्रेस की ‘‘रणनीति’’ करार दिया.
नयी दिल्ली, 13 जून : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने धन शोधन के एक मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की प्रर्वतन निदेशालय (ईडी) के समक्ष सोमवार को पेशी के दौरान पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं द्वारा मार्च निकालने और ‘‘सत्याग्रह’’ किए जाने को जांच एजेंसी पर खुलेआम दबाव डालने की कांग्रेस की ‘‘रणनीति’’ करार दिया. भाजपा ने आरोप लगाया कि ‘‘भ्रष्टाचार के समर्थन में किए गए इस आयोजन का उद्देश्य गांधी परिवार की 2,000 करोड़ रुपये की संपत्ति बचाना है.’’ भाजपा मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने यह भी कहा, ‘‘कोई भी कानून से ऊपर नहीं है. राहुल गांधी भी नहीं.’’
‘‘नेशनल हेराल्ड-एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड’’ सौदे संबंधी धन शोधन के मामले में राहुल गांधी आज ईडी के समक्ष पेश हुए. इस दौरान पार्टी के कई शीर्ष नेताओं, सांसद व पदाधिकारियों ने दिल्ली में ईडी के मुख्यालय तक विरोध मार्च निकाला और ‘‘सत्याग्रह’’ का आयोजन किया. ईरानी ने कहा, ‘‘एक जांच एजेंसी पर खुलेआम दबाव डालने वाली कांग्रेस की इस रणनीति को आप क्या नाम देंगे? भ्रष्टाचार के मुद्दों पर राहुल गांधी को तलब किया गया है.’’ केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एक जांच एजेंसी पर दबाव डालने के लिए कांग्रेस शासित राज्यों के वरिष्ठ नेताओं को विशेष रूप से दिल्ली आमंत्रित किया गया है. यह भी पढ़ें :धनशोधन मामले में राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ जारी
उन्होंने कहा कि जो खुद जमानत पर बाहर हैं, उन्होंने घोषणा की है कि ‘‘आओ दिल्ली को घेरो, क्योंकि हमारा भ्रष्टाचार पकड़ा गया है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी के बुलावे पर आज आज जो गतिरोध कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता पैदा कर रहे हैं, मैं देश को बतलाना चाहूंगी कि यह लोकतंत्र को बचाने का प्रयास नहीं है. यह राहुल गांधी और गांधी खानदान के दो हजार करोड़ रुपये की संपत्ति को बचाने का प्रयास है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस प्रकार का दबाव डालना कहां तक लोकतंत्र और संविधान का सम्मान है, इसका जवाब गांधी परिवार को देना चाहिए.’’