कांग्रेस का केरल सरकार पर विश्वविद्यालयों की नियुक्ति माकपा नेताओं के लिए ‘आरक्षित’ करने का आरोप
कांग्रेस (Photo Credits: Wikimedia Commons)

कोच्चि (केरल), 17 अगस्त : केरल में हाल में राज्य के विश्वविद्यालयों में कुछ विवादास्पद नियुक्तियों को लेकर वाम सरकार पर निशाना साधते हुए विपक्षी दल कांग्रेस ने बुधवार को दावा किया कि स्वायत्त विश्वविद्यालयों को कमतर करने का प्रयास किया जा रहा है. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालयों की नियुक्तियां सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेताओं के लिए ‘‘आरक्षित’’ कर दी गई हैं. पार्टी ने कहा कि मौलिक भर्ती प्रक्रियाओं को बदलने के माकपा सरकार के कदम से विश्वविद्यालयों का स्वायत्त दर्जा ‘नष्ट’ हो जाएगा.

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वी.डी. सतीशन ने यहां एक प्रेसवार्ता के दौरान पिनरायी विजयन सरकार से विश्वविद्यालयों की नियुक्ति प्रक्रिया लोक सेवा आयोग को सौंप दिए जाने का आग्रह किया. सतीशन ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार अपने पार्टी कार्यकर्ताओं और उनके करीबी लोगों की नियुक्ति के उद्देश्य से विश्वविद्यालय भर्ती की मौजूदा प्रक्रियाओं को बदलने का प्रयास कर रही है. यह भी पढ़ें : खनन पट्टा विवाद: न्यायालय ने सोरेन, झारखंड सरकार की याचिकाओं पर फैसला सुरक्षित रखा

कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि यह कदम स्वायत्त विश्वविद्यालयों को ‘‘सरकारी विभागों’’ में तब्दील करने के समान है.

उन्होंने मुख्यमंत्री विजयन के निजी सचिव के.के. रागेश की पत्नी प्रिया वर्गीज को अन्य उम्मीदवारों की तुलना में खराब शोध नतीजे के बावजूद कन्नूर विश्वविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में नियुक्त करने के पीछे के तर्क पर भी सवाल उठाया.