देहरादून, 27 दिसंबर वन्यजीव वैज्ञानिकों द्वारा उत्तराखंड में एक बाघिन को सफलतापूर्वक स्थानांतरित किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रविवार को कहा कि उसकी निरंतर निगरानी की जा रही है ।
सोशल मीडिया पर अपने एक संदेश में मुख्यमंत्री रावत ने कहा, “मुझे यह बताते हुए बेहद खुशी हो रही है कि उत्तराखंड में बाघों के संरक्षण के लिए उत्कृष्ट कार्य किया जा रहा है। अब राज्य में पहली बार किसी बाघ का एक रिजर्व से दूसरे रिजर्व में सफलतापूर्वक स्थानांतरण किया गया।”
उत्तराखंड वन विभाग व राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा, “हाल ही में जिम कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व से राजाजी टाइगर रिज़र्व में एक वयस्क मादा बाघिन को सफलतापूर्वक भेजकर उसकी निरंतर निगरानी की जा रही है।”
मुख्यमंत्री ने बाघिन के स्थानांतरण से संबंधित एक वीडियो भी साझा किया है ।
राजाजी टाइगर रिजर्व में बाघों की आबादी बढ़ाने के लिए बृहस्पतिवार तड़के एक छह वर्षीय बाघिन को कॉर्बेट टाइगर रिजर्व से स्थानांतरित कर राजाजी रिजर्व की मोतीचूर रेंज पहुंचा दिया गया था ।
बाद में उसे रेडियो कॉलर लगाकर उसे शुक्रवार को जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया गया था ।
राज्य में ‘टाइगर ट्रांसलोकेशन’ का यह पहला सफल प्रयास है जिसमें राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए), भारतीय वन्यजीव संस्थान, राजाजी व कॉर्बेट रिजर्व शामिल हैं।
दीप्ति प्रशांत
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