मुंबई, 22 जनवरी: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को कहा कि अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में रामलला के नवीन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की पूर्व संध्या (रविवार रात) पर मुंबई से सटे मीरा भायंदर इलाके में एक वाहन रैली निकालने में शामिल लोगों के समूह पर कथित हमले को लेकर 13 लोगों को हिरासत में लिया गया है.
पुलिस ने कहा कि दो समुदायों के सदस्यों के बीच झड़प तब हुई, जब रविवार रात करीब साढ़े 10 बजे तीन कारों और उतनी ही संख्यामें मोटरसाइकिल पर सवार 10 से 12 लोगों का एक समूह नया नगर से रैली निकाल रहा था. रैली के दौरान यह समूह सोमवार को अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मद्देनजर भगवान राम की प्रशंसा में नारे लगा रहा था.
मीरा भायंदर पुलिस थाना क्षेत्र के तहत आने वाले इलाके में यह घटना हुई। एक अधिकारी ने बताया कि नारे लगाते हुए कुछ लोगों ने कथित तौर पर पटाखे फोड़े, जिसके बाद स्थानीय लोगों का एक समूह लाठी-डंडे लेकर बाहर निकल आया. उनकी रैली में शामिल लोगों से बहस हुई और उन्होंने उनके वाहनों पर हमला कर दिया.
उन्होंने बताया कि वाहनों में सवार लोगों से मारपीट भी की गयी। पुलिस ने फौरन बीचबचाव किया और हमलावरों को खदेड़ दिया. अधिकारी ने बताया कि इलाके में कानून एवं व्यवस्था की किसी भी स्थिति से निपटने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. उन्होंने बताया कि स्थानीय पुलिस कर्मियों के अलावा दंगा नियंत्रण पुलिस (आरसीपी) की एक टुकड़ी भी तैनात की गयी है.
उन्होंने बताया कि नया नगर पुलिस थाने में दर्ज एक शिकायत के आधार पर हमलावरों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 307 (हत्या का प्रयास) के तहत एक मामला दर्ज किया गया है. अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने अभी तक 13 लोगों को हिरासत में लिया है और अन्य आरोपियों को पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं. इलाके में स्थिति अभी नियंत्रण में है.
एक सोशल मीडिया पोस्ट में सोमवार को फडणवीस ने कहा, ‘‘मैंने कल ही स्थानीय पुलिस से सभी विवरण ले लिए हैं, क्योंकि मैं तड़के साढ़े तीन बजे तक पुलिस आयुक्त के संपर्क में था। मैंने उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं.’’ फडणवीस ने कहा, ‘‘अब तक 13 आरोपियों को हिरासत में लिया गया है.
सीसीटीवी फुटेज की मदद से इसमें शामिल और लोगों की पहचान करने की प्रक्रिया जारी है. राज्य में कानून-व्यवस्था को बाधित करने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.’’ इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हुआ है. इस बीच, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के विधायक प्रताप सरनाईक ने सोमवार को मीरा भायंदर वसई विरार (एमबीवीवी) के पुलिस आयुक्त मधुकर पांडे से मुलाकात की और एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने की मांग की.
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