चीन के विदेश मंत्रालय के यूरोपीय ममलों के विभाग के महानिदेशक वांग लुतोंग ने शनिवार को बीजिंग में संवाददाताओं से कहा, “इसके बाद हो सकता है कि मसला सुलझ जाए।”
पुतिन को राष्ट्रपति पद पर बने रहने की अनुमति नहीं देने के बाइडन के बयान का अप्रत्यक्ष रूप से हवाला देते हुए वांग ने कहा, “अमेरिकियों का उद्देश्य क्या है? वे यूक्रेन में युद्ध-विराम देखना चाहते हैं या रूस को कमजोर करना कहते हैं? और कुछ लोग सरकार बदलने की बात कह रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “अगर उनका इरादा युद्ध-विराम का है तो मुझे लगता है कि इस मुद्दे को शीघ्र ही सुलझाया जा सकता है।” वांग के बयान से पहले चीन ने एक सम्मेलन में यूरोपीय संघ के समक्ष रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगाने की आलोचना की थी। बीजिंग ने रूस के हमले की निंदा करने से भी इनकार किया था।
------
रूसी तेल डिपो पर हमले को लेकर टिप्पणी से जेलेंस्की का इनकार
कीव। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूसी तेल डिपो पर हमले का आदेश देने के सवाल पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
फॉक्स न्यूज के साथ साक्षात्कार में जेलेंस्की ने कहा कि वह ‘सर्वोच्च कमांडर’ के तौर पर जो आदेश देते हैं, उस पर किसी के साथ चर्चा नहीं करते।
इससे पहले यूक्रेन की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सचिव ने मॉस्को के उन आरोपों का खंडन किया था, जिसमें कहा गया था कि यूक्रेन के दो हेलीकॉप्टर ने शुक्रवार को बेल्गोरोद स्थित तेल डिपो पर हमला किया।
बेल्गोरोद के गवर्नर ने कहा था कि डिपो पर हुए हमले में दो कर्मचारी घायल हुए हैं, लेकिन रूसी मीडिया ने तेल कंपनी रोसनेफ्त के बयान का हवाला देते हुए किसी के भी घायल होने की खबर से इनकार किया है।
------
यूक्रेन को 30 करोड़ डॉलर की अतिरिक्त मदद दे रहा अमेरिका
वाशिंगटन। अमेरिका के रक्षा विभाग ने कहा कि वह यूक्रेन के सुरक्षा बलों को रूसी सेना से देश की हिफाजत करने के लिए 30 करोड़ डॉलर मूल्य के सैन्य उपकरणों की अतिरिक्त मदद दे रहा है।
पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने शुक्रवार शाम एक बयान जारी कर कहा कि सैन्य मदद में लेजर निर्देशित रॉकेट प्रणालियां, मानवरहित विमान, बख्तरबंद वाहन, अंधेरे में देखने में सक्षम बनाने वाले उपकरण और गोला-बारूद के अलावा चिकित्सा आपूर्ति व अतिरिक्त कलपुर्जे भी शामिल हैं।
किर्बी ने कहा कि नया पैकेज अमेरिकी सेना के भंडार से निकले उपकरण देने के बजाय यूक्रेन को ‘‘नयी क्षमताएं देने के लिए एक अनुबंधित प्रक्रिया की शुरुआत है।’’ अमेरिका ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद से उसे 1.6 अरब डॉलर से अधिक की सुरक्षा सहायता मुहैया कराई है।
------
कीव से पीछे हट रहे रूसी सैनिकों ने बड़े पैमाने पर बारूदी सुरंगें छोड़ीं : जेलेंस्की
ल्वीव। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने शनिवार तड़के अपने मुल्क के लोगों को आगाह किया कि राजधानी से पीछे हट रहे रूसी सैनिकों ने उसके बाहरी इलाकों में ‘एक बड़ी आपदा’ पैदा कर दी है, क्योंकि वे ‘पूरे क्षेत्र’ में बारूदी सुरंगें छोड़ गए हैं, यहां तक कि घरों और लाशों के आसपास भी।
जेलेंस्की ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा, “वे पूरे क्षेत्र में बारूदी सुरंगें बिछा रहे हैं। वे घरों के आसपास बारूदी सुरंगें छोड़ रहे हैं। यहां तक कि युद्ध में मारे गए लोगों की लाशों को भी नहीं बख्श रहे।” जेलेंस्की ने कहा कि शुक्रवार को 3,071 लोग मारियुपोल छोड़ने में कामयाब हो गए।
------
रूस के मिसाइल हमलों में कई लोगों की मौत
ल्वीव। यूक्रेन के एक अधिकारी ने कहा कि काले सागर के ओडेसा क्षेत्र में शुक्रवार को रूस ने कम से कम तीन बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जिससे कई लोगों की जान गई। हालांकि, अधिकारी ने नुकसान का ब्योरा नहीं दिया।
क्षेत्रीय अधिकारी मैक्सिम मार्चेंको ने कहा कि क्रीमिया से मिसाइलें दागी गई थीं, जो 2014 से रूस के कब्जे में है। वहीं, यूक्रेन की सेना ने कहा कि इस्कंदर मिसाइलों को एक अहम लक्ष्य को भेदना था, लेकिन यूक्रेन की वायु रक्षा प्रणाली के जवाबी हमले के चलते वे इसमें नाकाम रहीं।
-------
रूसी तेल डिपो पर हमले से इनकार
कीव। यूक्रेन की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सचिव ने रूस के तेल डिपो पर हमला करने की खबरों को खारिज किया है। मॉस्को ने इस हमले के लिए यूक्रेन को जिम्मेदार ठहराया था। घटना की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकी है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)