नयी दिल्ली, 29 नवंबर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों से केंद्र को तत्काल और बिना शर्त बातचीत करनी चाहिए। किसान लगातार चार दिनों से नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और राष्ट्रीय राजधानी के सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं।
आम आदमी पार्टी (आप) ने किसानों के प्रदर्शन का समर्थन किया है। पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने केंद्र से कहा कि उसे तत्काल किसानों से मिलना चाहिए।
उन्होंने एक ट्वीट में कहा, "केंद्र सरकार को किसानों से तत्काल (और) बिना शर्त बातचीत करनी चाहिए।’’
आप के वरिष्ठ नेता और मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनकी पार्टी का मानना है कि गृह मंत्री अमित शाह ने हैदराबाद नगर निकाय चुनावों के लिए प्रचार करने की खातिर दिल्ली छोड़ कर "पूरी तरह से गैरजिम्मेदारी" दिखाई है, जबकि लाखों किसान उनसे बातचीत के लिए दिल्ली की सीमा पर इंतजार कर रहे हैं।
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भारद्वाज ने कहा कि अमित शाह एक तरफ किसानों से कह रहे हैं कि उनके प्रदर्शन के कारण कोरोना वायरस के मामले बढ़ सकते हैं और वहीं दूसरी तरफ दावा कर रहे थे कि उनके हैदराबाद रोड शो में बड़े पैमाने पर लोगों की भागीदारी थी। यह दर्शाता है कि "कोई सामाजिक दूरी नहीं रखी गई थी।’’
उन्होंने कहा, "आम आदमी पार्टी का मानना है कि यह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का पाखंड है और हम इस तरह के गैरजिम्मेदाराना कदम की निंदा करते हैं। आम आदमी पार्टी का मानना है कि ऐसे गृह मंत्री भारत के लिए बहुत खतरनाक हैं।"
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