नयी दिल्ली, 15 अक्टूबर मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार ने शहरी क्षेत्रों में मतदान के प्रति उदासीनता पर चिंता व्यक्त करते हुए मंगलवार को कहा कि महाराष्ट्र और झारखंड में मतदान का दिन सप्ताह के मध्य में रखा गया है ताकि अधिक से अधिक लोग मतदान करें।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव एक ही चरण में 20 नवंबर को और झारखंड में दो चरणों में 13 और 20 नवंबर को होगा।
निर्वाचन आयोग महाराष्ट्र में मुंबई और पुणे जैसे प्रमुख शहरों में कम मतदान होने के विषय को देख रहा है तथा मतदाताओं में जागरूकता बढ़ाने के लिए कई कदम उठा रहा है।
अतीत में यह देखा गया है कि बड़ी संख्या में शहरी मतदाता मतदान के दिन को छुट्टियों के रूप में देखते हैं और इस लोकतांत्रिक प्रक्रिया से दूर रहते हैं।
कुमार ने शहरी क्षेत्रों के मतदाताओं से चुनाव में भाग लेने की अपील की और कहा कि महाराष्ट्र और झारखंड दोनों में मतदान का दिन सप्ताह के मध्य में रखा गया है ताकि शहरी उदासीनता के मुद्दे को संभाला जा सके।
उन्होंने कहा, ‘‘हम वास्तव में शहरी क्षेत्र की उदासीनता को लेकर चिंतित हैं। हम शहरी क्षेत्रों के सभी मतदाताओं से अपील करना चाहते हैं कि वे आएं और मतदान करें। यह एक स्वस्थ प्रवृत्ति नहीं है जो परिलक्षित होती है।’’
उनका कहना था, ‘‘गुड़गांव को देखें, फ़रीदाबाद को देखें, जुबली हिल्स (हैदराबाद), बेंगलुरु दक्षिण, गांधीनगर, कोलाबा, पुणे, ठाणे को देखें, सभी जगहों पर मतदान संबंधित राज्य के औसत से काफी नीचे है।’’
कुमार ने कहा, ‘‘हम दोबारा अपील करने के लिए एक सप्ताह के भीतर नगर निगम आयुक्तों की एक विशेष बैठक आयोजित करेंगे।’’
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