देश की खबरें | सीबीआई ने करोड़ों रुपये के बंद हो चुके नोट जमा कराने पर छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया
एनडीआरएफ/प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: ANI)

नयी दिल्ली, 13 जनवरी सीबीआई ने नोटबंदी के बाद 12.84 करोड़ रुपये के बंद हो चुके नोट को बैंक में जमा कराने के आरोप में एक बैंक के कार्यकारी प्रबंधक, तीन कंपनियों के मालिकों और दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। बैंक में जमा कराने के बाद नेटबैंकिंग के जरिए अलग-अलग खातों में यह रकम स्थानांतरित की गयी थी। अधिकारियों ने इस बारे में बताया।

पिछले साल 10 दिसंबर को ‘‘सूत्रों से मिली सूचना’’ के आधार पर सीबीआई ने एक प्राथमिकी दर्ज करते हुए कहा कि राहुल चौधरी और दुष्यंत चौधरी, जम्मू एंड कश्मीर बैंक की गाजियाबाद शाखा में शिवा ट्रेडिंग कंपनी, दिव्यांशी सेल्स कॉरपोरेशन और श्यामा ट्रेडिंग कंपनी के खातों का संचालन करते थे।

अधिकारियों ने बताया कि बैंक के कार्यकारी प्रबंधक नेतर सभरवार के साथ अच्छे संबंधों का फायदा उठाकर राहुल और दुष्यंत ने अपने मालिकों के स्थान पर खातों का कथित तौर पर संचालन किया। प्राथमिकी में कंपनी के मालिकों के भी नाम हैं।

उन्होंने बताया कि सीबीआई ने आरोप लगाया कि आरोपियों ने शिवा ट्रेडिंग के पंकज कुमार, दिव्यांशी सेल्स के विकास राठी और श्यामा ट्रेडिंग के घनश्याम पटेल और सभरवार के साथ मिलकर राशि स्थानांतरित करने के लिए खातों के साथ कंपनियों के दर्ज मोबाइल फोन नंबरों को बदलवा दिया।

सरकार ने आठ नवंबर 2016 को 1,000 रुपये और 500 रुपये के नोट को बंद करने की घोषणा की जिसके बाद सभरवार ने राहुल और दुष्यंत को नकदी जमा करने के संबंध में आरबीआई के निर्देशों का उल्लंघन करते हुए 12.84 करोड़ रुपये नकदी जमा करने की अनुमति दे दी।

उन्होंने कहा कि खातों के मोबाइल नंबर में फेरबदल के बाद राहुल और दुष्यंत ने आरटीजीएस से विभिन्न बैंक खातों में यह राशि स्थानांतरित कर ली थी।

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