देश की खबरें | भाजपा जम्मू-कश्मीर के हालात संभालने में नाकाम हुई : पीडीपी प्रमुख
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श्रीनगर, पांच जनवरी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार जम्मू-कश्मीर में हालात को काबू करने में नाकाम रही है और वह समुदायों को बांटने के अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए स्थानीय लोगों को हथियारों से लैस कर रही है।
मुफ्ती ने कहा, “ लोगों को हथियारों से लैस करने से डर, शक और नफरत का माहौल पैदा करने का भाजपा का एजेंडा ही पूरा होगा। यह एक समुदाय को दूसरे समुदाय के खिलाफ खड़ा कर देगा।”
वह अनंतनाग जिले में अपने पिता तथा जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी के संस्थापक मुफ्ती मोहम्मद सईद की कब्र पर ‘फातिहा’ पढ़ने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रही थीं।
उन्होंने कहा कि राजौरी हमले के मद्देनजर ग्राम रक्षा समितियों को हथियार और गोला-बारूद उपलब्ध कराने के कदम ने भाजपा के उन दावों की पोल खोल दी है कि अनुच्छेद 370 को रद्द करने के बाद जम्मू-कश्मीर में स्थिति सामान्य हो गई है।
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “ अगर ऐसा होता तो क्यों जम्मू-कश्मीर में और सुरक्षा कर्मियों को लाया जाता? क्यों स्थानीय लोगों को हथियार दिए जाते?”
पीडीपी नेता ने कहा, “ इससे पता चलता है कि भाजपा हालात काबू करने में नाकाम हुई है। अब वे इन कदमों से लोगों को परेशान करना चाहते हैं और खून-खराबा बढ़ाना चाहते हैं।”
मुफ्ती ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की समस्याओं को राजनीतिक समाधान की जरूरत है और ये सेना के जरिए हल नहीं की जा सकती हैं।
उन्होंने कहा, “ पृथ्वी पर कोई भी ताकत अपने ही लोगों के खिलाफ जंग नहीं जीत सकती। जम्मू-कश्मीर पहले से ही फौजी छावनी है, यहां फौज की कोई कमी नहीं है। सेना ने पिछले 30 साल में अपने कर्तव्यों का इतनी अच्छी तरह से निर्वहन किया है कि लोकतांत्रिक व्यवस्था को बहाल किया गया और संसद, विधानसभा और पंचायतों के चुनाव हुए। लेकिन अब, यह सेना का काम नहीं है।”
उन्होंने कहा, "सभी सुरक्षा विशेषज्ञ और कई पूर्व सैन्य अधिकारी मानते हैं कि जम्मू-कश्मीर एक राजनीतिक मुद्दा है, जिसका कोई सैन्य समाधान नहीं हो सकता है।"
बातचीत की जरूरत को रेखांकित करते हुए मुफ्ती ने कहा कि चीन ने लद्दाख में आक्रामकता दिखाई है फिर भी उससे बातचीत की जा रही है। उन्होंने कहा, “सैन्य समाधान नहीं हो सकता.... चीन ने हमारे 20 सैनिकों को शहीद कर दिया और (लद्दाख में) हमारी 2000 वर्ग किलोमीटर ज़मीन पर कब्जा कर लिया है, जिसके बाद भी उससे बातचीत की जा रही है।”
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