पाड़ा/काशीपुर/रघुनाथपुर (पश्चिम बंगाल), 23 मार्च तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार सरकारी कंपनियों को केंद्र सरकार बेच रही है और सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘‘झूठ की फैक्टरी’’ बची रहेगी।
ममता ने कहा कि भाजपा बंगाल में लोगों से लंबे-चौड़े वादे कर रही है, लेकिन भगवा पार्टी असम और त्रिपुरा में विधानसभा चुनावों के लिए अपने घोषणापत्र में किये गये वादों को पूरा करने से मुकर गई।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने पुरुलिया जिले के पाड़ा, काशीपुर और रघुनाथपुर में चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए दावा किया कि पूर्वोत्तर के इन दोनों राज्यों में भाजपा सरकारों ने हजारों सरकारी कर्मचारियों को बेरोजगार कर दिया।
ममता ने दावा किया कि केंद्र सरकार राष्ट्रीयकृत दूरसंचार कंपनी और बैंकों, राष्ट्रीय एयरलाइन एअर इंडिया और रक्षा विनिर्माण जैसी ‘‘कोर सेक्टर’’ की अन्य सरकारी कंपनियों को बेचने की योजना बना रही है।
उन्होंने कहा कि इसके चलते हजारों कर्मचारियों का भविष्य अनिश्चित हो जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘वे (भाजपा सरकार) सभी केंद्रीय प्रतिष्ठानों को बंद कर रहे हैं। सिर्फ एक ही फैक्टरी बची रहेगी, जो नरेंद्र मोदी के झूठ और भाजपा के फरेब की है।’’
ममता ने अन्य चुनावी रैलियों की तरह यहां भी जनसभा में चंडी पाठ के मंत्र पढ़ते हुए लोगों से सांप्रदायिक राजनीति में संलिप्त नहीं होने की अपील की।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं लड़े बगैर एक इंच जमीन भी नहीं जाने दूंगी। हम लड़ेंगे, खेला होबे (खेल होगा)। ’’ उन्होंने जोर देते हुए कहा कि वह भले ही टूट जाएंगी, लेकिन झुकेंगी नहीं।
उन्होंने तृणमूल कांग्रेस की महिला समर्थकों से चुनाव के दौरान करछी जैसी रसोई के बर्तनों से ‘‘बाहरी गुंडों’’ को राज्य से बाहर भगाने को कहा।
ममता ने कई मौकों पर भाजपा पर आरोप लगाया है कि वह बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए बाहरी लोगों को राज्य में ला रही है।
राज्य में 27 मार्च से 29 अप्रैल तक आठ चरणों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं।
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने नंदीग्राम में 10 मार्च को चुनाव प्रचार के दौरान अपनी पैर में चोट आने के लिए एक बार फिर से भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि वह एक ही पैर पर लड़ाई जारी रखेंगी।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा को लगता है कि उसने ममता को चोटिल कर दिया और इसलिए वह बाहर नहीं जा पाएंगी। लेकिन वे मुझे नहीं जानते। मैं एक ही पैर से खेल सकती हूं और गेंद को मैदान के बाहर भेज सकती हूं। ’’
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि उन्होंने राज्य के विकास के लिए हर चीज किया है।
उन्होंने कहा कि ईंधन की अत्यधिक कीमतों ने आम आदमी के सिर का बोझ बढ़ा दिया है और उन्होंने केंद्र से रसोई गैस लोगों को मुफ्त में उपलब्ध कराने की मांग की।
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने आरोप लगाया कि भाजपा को चुनाव जिताने के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में छेड़छाड़ की जा सकती है। उन्होंने अपनी पार्टी के पोलिंग एजेंट से मतदान के दिन ईवीएम की दो बार जांच करने और मतगणना की तारीख दो मई तक ईवीएम की पहरेदारी करने को कहा।
ममता ने तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कहा, ‘‘यदि केंद्रीय बलों के कर्मी आपको वहां से हटने को कहें, तो उनसे कहना कि आप उनका सम्मान करते हैं लेकिन उन लोगों को मोदीजी के लिए काम नहीं करना चाहिए। ’’
मुख्यमंत्री ने उनसे भाजपा समर्थकों और कार्यकर्ताओं से भोजन के पैकेट नहीं लेने को कहा।
उन्होंने आशंका जताते हुए कहा, ‘‘ वे लोग भोजन में नशीले पदार्थ मिला कर आपको बेहोश कर सकते हैं और उसका फायदा उठा लेंगे, वे लोग अपने पक्ष में ईवीएम में वोट डाल सकते हैं। ’’
गौरतलब है कि मोदी ने हाल ही में कहा था कि तृणमूल कांग्रेस को चुनावों में हार का डर सता रहा है और इसलिए उन्होंने (ममता ने) ईवीएम पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है।
ममता ने सवाल किया कि पांचों चुनावाी राज्यों में केंद्र सरकार के विभाग चुनाव आयोग के तहत क्यों नहीं लाए गये, जबकि राज्य प्रशासन को चुनाव आयोग संचालित कर रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा शासित राज्यों से चुनाव के लिए बंगाल में पुलिस कर्मियों को भेजा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तृणमूल कांग्रेस के समर्थन में पुरूलिया और बांकुड़ा में जनसभाओं को संबोधित करेंगे। इन जिलों में आदिवासी आबादी अच्छी खासी संख्या में है।
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