(अनवारुल हक)
नवा रायपुर, 25 फरवरी कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शनिवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने सभी संस्थाओं पर कब्जा कर लिया है और विपक्ष की आवाज दबाने के साथ नफरत की आग भड़काई जा रही है।
उन्होंने पार्टी के 85वें महाधिवेशन में करीब ढाई तक अध्यक्ष पद पर रहने का उल्लेख किया और कहा कि उनके लिए यह सबसे ज्यादा सुखद है कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के साथ उनकी पारी का अंत हुआ।
‘पारी के अंत’ वाली सोनिया गांधी की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस महासचिव कुमारी सैलजा ने कहा, ‘‘सोनिया जी की टिप्पणी का मतलब अध्यक्ष पद की पारी के पूरा होने से था, राजनीति की पारी के पूरा होने से नहीं था।’’
कांग्रेस के सूत्रों ने कहा कि सोनिया गांधी की टिप्पणी को राजनीति से सन्यास के रूप में नहीं लेना चाहिए।
महाधिवेशन में सोनिया गांधी ने कहा, ‘‘यह मेरा सौभाग्य रहा है कि 1998 में पहली बार अध्यक्ष बनी। इन 25 वर्षों में हमारी पार्टी ने बड़ी उपलब्धियां भी देखीं और गहरी निराशा भी देखी...आप लोगों के सहयोग से हमें ताकत मिली।’’
उन्होंने कहा '' पहले 2004 में जीत मिली और फिर डॉक्टर मनमोहन सिंह के नेतृत्व के साथ 2009 में जीत मिली, इससे मुझे व्यक्तिगत संतोष मिला। लेकिन यह मेरे लिए सबसे सुखद है कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के साथ मेरी पारी का अंत हो सका।’’
कांग्रेस नेता ने कहा कि इस यात्रा ने कांग्रेस और लोगों के बीच संवाद की विरासत को समृद्ध किया है। उन्होंने यात्रा के लिए राहुल गांधी को धन्यवाद दिया।
सोनिया गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा नफरत की आग भड़का रही है तथा अल्पसंख्यकों, दलितों, आदिवासियों और महिलाओं को निशाना बनाया जा रहा है।
कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख ने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ‘भाजपा-आरएसएस’ की सरकार ने सभी संस्थाओं पर कब्जा कर लिया है तथा विपक्ष की आवाज दबाई जा रही है।
सोनिया गांधी ने खरगे को अध्यक्ष पद पर आसीन होने के लिए बधाई और आगे के लिए शुभकमनाएं दी और कहा कि उनका व्यापक अनुभव इन चुनौतीपूर्ण समय में कांग्रेस के लिए एक मूल्यवान है।
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