देश की खबरें | झालावाड़ के बाद कोटा और बारां के नमूनों की जांच में भी बर्ड फ्लू के लक्षण

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. राजस्थान के झालावाड़ में ‘बर्ड फ्लू’ की पुष्टि के बाद कोटा और बांरा जिलों के पक्षियों के नमूनों के जांच परिणामों में भी एवियन इंफ्लूऐंजा के एच5एन8 प्रकार का संक्रमण पाया गया है। विशेषज्ञों के अनुसार यह वायरस एच5एन1 से कम संक्रमित है।

एनडीआरएफ/प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: ANI)

जयपुर, पांच जनवरी राजस्थान के झालावाड़ में ‘बर्ड फ्लू’ की पुष्टि के बाद कोटा और बांरा जिलों के पक्षियों के नमूनों के जांच परिणामों में भी एवियन इंफ्लूऐंजा के एच5एन8 प्रकार का संक्रमण पाया गया है। विशेषज्ञों के अनुसार यह वायरस एच5एन1 से कम संक्रमित है।

राजस्थान के 33 जिलों में से 16 जिलों में मंगलवार सुबह तक पक्षियों की मौत का आंकड़ा 625 पहुंच गया। 11 जिलों के 86 नमूनों को जांच के लिये भेजा गया है।

कृषि और पशुपालन विभाग के मंत्री लाल चंद कटारिया ने मंगलवार को स्थिति की समीक्षा बैठक ली।

उन्होंने बताया कि राज्य के तीन जिलो में एवियन इंफ्लूऐंजा (बर्ड फ्लू) संक्रमण पाया गया है और वायरस अन्य जगहों पर भी फैल रहा है जो चिंता का विषय है।

कटारिया ने कहा, ‘‘चिकन और अंडे वायरस के कारण प्रभावित नहीं हुए हैं, लेकिन बड़ी संख्या में कौओं की मौत को देखते हुए सावधानी बरती जा रही है। जोधपुर से भेजे गये नमूने की जांच का परिणाम निगेटिव मिले हैं लेकिन झालावाड़, कोटा और बारां जिलों में एवियन इंफ्लूऐंजा संक्रमण पाया गया है।

उन्होंने बताया कि अंडों की बिक्री पर कोई प्रतिबंध नहीं है क्योंकि अभी तक पोल्ट्री प्रभावित नहीं हुई है। पोल्ट्री फार्म मालिकों को अग्रिम जागरूकता बरतने के लिये सर्तक रहने को कहा गया है।

कटारिया ने कहा कि राज्य सरकार प्रयोगशाला स्थापित करना चाहती है ताकि नमूनों की जांच में देरी न हो।

पशुपालन विभाग के प्रमुख शासन सचिव कुंजी लाल मीणा ने बताया कि केवल भोपाल की मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला ही इस तरह की बीमारियों की जांच कर सकती है। केन्द्र ने प्रमुखता से क्षेत्रीय प्रयोगशालाओं को प्रोत्साहित करने की स्वीकृति प्रदान की है।

विभाग की सचिव आरूषी मलिक ने कहा कि कोटा और बारां में एवियन इंफ्लूऐंजा एच5एन8 पाया गया है जो एच5एन1 से कम संक्रमित है लेकिन ऐहतियात बरतने की आवश्यकता है।

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