विदेश की खबरें | फ्लॉयड की बरसी पर बाइडन ने पुलिस की जवाबदेही बढ़ाने संबंधी आदेश पर हस्ताक्षर किए

बाइडन की ओर से उठाया गया यह अर्थपूर्ण, किंतु सीमित कदम ऐसे समय में देश में नस्लवाद, अत्यधिक बल प्रयोग और जन सुरक्षा संबंधी समस्याओं से निपटने में चुनौतियों को उजागर करता है, जब संसद में इसके लिए कड़े कदम उठाने को लेकर गतिरोध बना हुआ है।

इस आदेश पर हस्ताक्षर की घोषणा के लिए व्हाइट हाउस में आयोजित कार्यक्रम से एक दिन पहले टेक्सास के एक प्राथमिक स्कूल में 18 वर्षीय एक युवक ने अंधाधुंध गोलीबारी करके 19 बच्चों और दो शिक्षकों की जान ले ली थी।

बाइडन ने कहा, ‘‘मैं जानता हूं कि यह प्रगति धीमी और उकताने वाली हो सकती है। हम आज कदम उठा रहे हैं। हम दिखा रहे हैं कि अपनी आवाज उठाने से फर्क पड़ता है।’’ इस कार्यक्रम के दौरान फ्लॉयड का परिवार भी मौजूद था।

कई संगठनों और सांसदों ने कहा कि यह आदेश महत्वपूर्ण है, लेकिन अधूरा कदम है। फ्लॉयड के परिवार के वकील बेन क्रम्प ने एक बयान में कहा, ‘‘इस कदम का हमारी उम्मीद के मुताबिक दीर्घकालिक असर नहीं होगा, लेकिन यह इस दिशा में हो रही प्रगति को दर्शाता है और हमें प्रतिदिन आगे बढ़ने के लिए स्वयं को प्रतिबद्ध करने की आवश्यकता है।’’

नागरिक अधिकार समूह ‘मूवमेंट फॉर ब्लैक लाइव्स’ ने एक बयान में कहा कि राष्ट्रपति बाइडन का कार्यकारी आदेश जनसुरक्षा की स्थिति में बदलाव के लिए अपर्याप्त है।

मिनियापोलिस में दो साल पहले फ्लॉयड की मौत के बाद राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन हुए थे, लेकिन जन आक्रोश के बावजूद राजनीतिक बदलाव लाना मुश्किल साबित हुआ है।

जब फ्लॉयड की हत्या के लिए पिछले साल चार अधिकारियों को दोषी ठहराया गया था, तो बाइडन ने संसद से उसकी बरसी तक पुलिस में सुधार के लिए कानून पारित करने का आग्रह किया था।

बहरहाल, कोई कानून पारित नहीं हो सका और द्विदलीय वार्ता जारी रही, जो असफल साबित हुई। व्हाइट हाउस ने संसद का इंतजार करने के बजाय अंततः कार्यकारी कदमों के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया।

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