इस जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने पांच मैचों की श्रृंखला में 2-0 की बढ़त बना ली।
स्टोक्स ने अपनी पारी के दौरान 2019 के हेडिंग्ले टेस्ट मैच की यादें ताजा कर दी जब उन्होंने ऐसी ही परिस्थितियों में यादगार शतकीय पारी खेलकर टीम को एक विकेट से जीत दिलाई थी।
जीत के लिए 371 रन के रिकॉर्ड लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की दूसरी पारी 327 रन पर सिमट गयी।
स्टोक्स ने 214 गेंद में 155 रन की पारी के दौरान नौ छक्के और इतने ही चौके जड़े। वह जोश हेजलवुड की शॉर्ट गेंद पर विकेटकीपर एलेक्स कैरी को कैच देकर आउट हुए। उनके आउट होते ही स्टेडियम में सन्नाटा पसर गया। स्टोक्स जब पवेलियन की तरफ लौट रहे थे तब लॉर्ड्स में खचाखच भरे दर्शकों ने खड़े होकर उनके सम्मान में तालियां बजायी।
वह टीम के सातवें बल्लेबाज के तौर पर आउट हुए और उनके पवेलियन जाते ही ऑस्ट्रेलिया की जीत पर लगभग मुहर लग गयी थी। टीम को हालांकि अगले तीन विकेट झटकने में एक घंटे का समय लग गया।
इंग्लैंड ने दिन की शुरुआत चार विकेट पर 114 रन से आगे से की। स्टोक्स ने बेन डकेट (83) के साथ पांचवें विकेट के लिए 132 रन की साझेदारी कर मैच में इंग्लैंड की वापसी कराई थी ।
ऑस्ट्रेलिया ने दिन के शुरूआती सत्र में बेन डकेट (83) और जॉनी बेयरस्टो (10) को चलता किया।
बेयरस्टो विवादित तरीके से रन आउट हुए जिसके बाद स्टेडियम में मौजूद घरेलू दर्शकों ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों पर बेईमानी करने का आरोप लगाया। लंच के विश्राम के लिए जब टीम के खिलाड़ी पवेलियन की तरफ जा रहे थे तब भी दर्शक ‘धोखेबाज, धोखेबाज’ का नारा लगा रहे थे। ड्रेसिंग रूम के रास्ते में ‘लॉन्ग रूम’ में एक दर्शक ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी के साथ मौखिक रूप से दुर्व्यवहार भी किया।
मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने बाद में अपने कुछ सदस्यों द्वारा ‘लॉन्ग रूम’ में किये गए दुर्व्यवहार पर ऑस्ट्रेलिया की टीम से माफी मांगी।
बेयरस्टो ने कैमरून ग्रीन की बाउंसर गेंद को विकेटकीपर के हाथों में जाना दिया। वह इसके बाद गेंद को ‘डेड’ होने से पहले ही क्रीज से निकल कर दूसरे छोर पर खड़े अपने साथी के पास जाने लगे इसी बीच विकेटकीपर एलेक्स कैरी ने गेंद को स्टंप पर मार दिया।
बेयरस्टो इससे भौचक्के रह गये और मैदानी अंपायर ने तीसरे अंपायर की तरफ इशारा कर दिया। तीसरे अंपायर ने रीप्ले देखने के बाद उन्हें स्टंप आउट करार दिया।
बेयरस्टो निराशा में अपना सिर हिलाते पवेलियन की तरफ चल दिये। स्टोक्स ने इस फैसले के खिलाफ मैदानी अंपायरों के सामने अपना गुस्सा जाहिर किया। इस बीच लॉर्ड्स में मौजूद दर्शक ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए ‘धोखेबाज...धोखेबाज...’ का नारा लगाने लगे।
इस समय इंग्लैंड का स्कोर छह विकेट पर 193 रन था। टीम को जीत के लिए और 178 रन चाहिए थे। लेकिन इस समय 62 रन पर बल्लेबाजी कर रहे स्टोक्स ने ग्रीन पर अपना गुस्सा निकालते हुए उनकी ओवर में तीन चौके जड़ दिये। उन्होंने इस गेंदबाज के अगले ओवर में चौका और फिर हैट्रिक छक्का जड़ कर अपना शतक पूरा किया। इस ओवर से इंग्लैंड ने 24 रन बटोरे।
स्टोक्स ने 62 रन से शतक तक पहुंचने में सिर्फ 16 गेंद लिये।
उन्होंने स्टुअर्ट ब्रॉड (11) के साथ सातवें विकेट के लिए 108 रन की साझेदारी कर जीत की उम्मीद जगाई लेकिन उनके आउट होने के बाद मैच का रुख ऑस्ट्रेलिया की ओर मुड़ गया।
ऑस्ट्रेलिया के लिए मिशेल स्टार्क, जोश हेजलवुड और कप्तान पैट कमिंस ने तीन-तीन विकेट लिये।
ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में 416 रन के जवाब में इंग्लैड की पहली पारी 325 रन पर सिमट गयी थी। ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में 279 रन बनाये थे।
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