पोर्ट ऑफ स्पेन, 22 जुलाई भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने श्रृंखला की अपनी बेहतरीन गेंद से क्रेग ब्रेथवेट (75 रन) के स्टंप उखाड़ दिये जिससे वेस्टइंडीज की टीम शनिवार को यहां दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन चाय तक तीन विकेट पर 174 रन ही बना सकी।
वेस्टइंडीज के कप्तान ब्रेथवेट (235 गेंद) ने एकाग्रता से की गयी बल्लेबाजी से खराब पिच पर भारतीय गेंदबाजी आक्रमण को हताश किया। लेकिन दुनिया के नंबर एक टेस्ट गेंदबाज अश्विन ने जादुई गेंद फेंककर भारतीय खिलाड़ियों के चेहरों पर मुस्कान बिखेर दी।
यह पिच टेस्ट क्रिकेट के लिए काफी खराब है और अगर आईसीसी इसे औसत से ज्यादा रेटिंग देता है तो यह हैरानी भरा होगा।
पिच से स्पिनरों और तेज गेंदबाजों को कोई मदद नहीं मिल रही है जिससे भारतीय गेंदबाजों के लिए चाय तक सफर मुश्किल भरा रहा।
अश्विन (30 ओवर में 57 रन देकर एक विकेट) की अंदर की ओर आती खूबसूरत गेंद ने रक्षात्मक बल्लेबाजी कर रहे ब्रेथवेट को फ्रंटफुट उठाने के लिए ललचाया। पर इस गेंद ने तेजी से टर्न लिया और ब्रेथवेट के बल्ले और पैड के बीच से निकलती हुई स्टंप पर टकरा गयी।
सुबह एक विकेट पर 86 रन से खेलने उतरी वेस्टइंडीज को यह झटका ऐसे समय में लगा जब ब्रेथवेट और जर्मेन ब्लैकवुड लंच के बाद के सत्र में 21 ओवर में केवल 40 रन ही जोड़ पाये थे।
बारिश के कारण पहले सत्र में काफी कम ओवर डाले जा सके।
रविंद्र जडेजा (19 रन देकर एक विकेट) के गेंदबाजी आंकड़े से साफ दिखता है कि रक्षात्मक होकर खेलना इतना मुश्किल नहीं था।
सुबह के सत्र में भारत के लिए पदार्पण कर रहे मुकेश कुमार ने अपनी अच्छी गेंदबाजी से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पहला विकेट हासिल किया ।
मुकेश ने फुल लेंथ गेंद पर वेस्टइंडीज के लिए पदार्पण कर रहे किर्क मैकेंजी (57 गेंद में 32 रन) को आउट किया। गेंद उनके बल्ले का बाहरी किनारे लेते हुए विकेटकीपर इशान किशन के दस्तानों में चली गयी। इसके बाद बारिश के कारण खेल को रोकना पड़ा।
वेस्टइंडीज ने बारिश के कारण पड़ी खलल के बाद जल्दी लंच लिये जाने तक दो विकेट पर 117 रन बना लिये थे।
दिन की शुरुआत 37 रन से करने वाले ब्रेथवेट ने अपनी पारी को आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ाया। ब्रेथवेट किसी भी गेंदबाज से परेशान नहीं दिखे जिससे उन्होंने सुबह के सत्र में 10 के करीब ओवर के दौरान 31 से ज्यादा रन जोड़े।
मैंकेजी ने ब्रेथवेट का अच्छा साथ निभाया, वह चार चौके और एक छक्का जड़कर अच्छी लय में दिख रहे थे। लेकिन लंबी पारी नहीं खेल सके।
सौराष्ट्र के अनुभवी बायें हाथ के तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट विकेट झटकने के लिये बेताब हैं और उन्हें भारतीय गेंदबाजी आक्रमण की कमजोर कड़ी कहा जा सकता है जिन्होंने अभी तक 12 ओवर में 32 रन दिये हैं।
विकेट नहीं झटकने के अलावा उनादकट अपनी गेंदबाजी से ब्रेथवेट के सामने मुश्किल नहीं खड़ी कर पाये जिन्होंने काफी रक्षात्मक बल्लेबाजी की।
अभी तक विकेट नहीं लेने से उनादकट का दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अगली श्रृंखला के लिए टीम में जगह बरकरार रख पाना काफी कठिन होगा।
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