पुणे, 27 अप्रैल : धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर (Loudspeaker) के इस्तेमाल को लेकर चल रहे विवाद के बीच पुणे में पांच मस्जिदों की इंतेजामिया समिति और समुदाय के कुछ अन्य वरिष्ठ लोगों ने ईद के दौरान डीजे नहीं बजाने का और इसके लिए एकत्रित की गई राशि का इस्तेमाल गरीबों और जरूरतमंदों के बीच करने का निर्णय लिया है.
इन लोगों ने समुदाय के युवाओं से दो मई को ईद के पर्व पर तेज आवाज में डीजे नहीं बजाने को कहा है. महाराष्ट्र के यहां लोहिया नगर इलाके में भारतीय अंजुमन कादरिया मस्जिद के इमाम मौलाना मोहसिन रजा ने कहा कि तेज डीजे के दुष्परिणामों से सभी वाकिफ हैं, ये बीमार लोगों और कमजोर दिल वालों के लिए अच्छा नहीं है. यह भी पढ़ें : MP में बिजली संकट, सरकार झूठे आंकड़ों के सहारे: कमल नाथ
उन्होंने ‘पीटीआई-’ से कहा, ‘‘ इसलिए हमने इलाके की पांच मस्जिदों की एक कोर समिति बनाई है और उनके इमामों तथा अन्य सदस्यों तथा समुदाय के अन्य वरिष्ठ लोगों के साथ बैठक की है और ईद के दौरान डीजे नहीं बजाने का निर्णय लिया है.’’