चंडीगढ़, 11 दिसंबर पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने दिल्ली की सीमा पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के सफल आंदोलन के समापन की शनिवार को प्रशंसा की और इसके साथ ही उम्मीद जताई कि पंजाब सरकार किसानों से किए गए अपने वादों को पूरा करेगी।
उल्लेखनीय है कि तीन विवादित कृषि कानूनों के वापस लेने के बाद किसान, आंदोलन के करीब 380 दिनों बाद अपने-अपने घरों को लौट रहे हैं।
उन्होंने किसानों के आंदोलन को ‘ तप, त्याग और तपस्या’’बताते हुए इसके समापन की प्रशंसा की।
पूर्व मुख्यमंत्री ने पंजाब लौट रहे हजारों किसानों को बधाई देने और स्वागत करने के लिए जारी बयान में कहा, ‘‘ यह उनका (किसानों का) अनुशासन, समर्पण, प्रतिबद्धता और दृढ़ता थी जिसकी वजह से आंदोलन अपने मुकाम पर पहुंचा और भारत सरकार ने अंतत: इन कानूनों को वापस लिया।’’
उन्होंने उम्मीद जताई कि पंजाब सरकार किसानों से किए गए सभी वादों को पूरा करेगी जिसकी प्रतिबद्धता कांग्रेस पार्टी ने अपने चुनावी घोषणापत्र में की थी।
अमरिंदर सिंह ने कहा,‘‘मैंने पहले ही इन वादों में से अधिकतर को पूरा कर दिया है और अब जिम्मेदारी मौजूदा सरकार की है कि वह चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले बचे हुए वादों को पूरा करे।’’
उल्लेखनीय है कि पंजाब में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं। मुख्यमंत्री पद छोड़ने और चरणजीत सिंह चन्नी को इस कुर्सी पर बैठाने के बाद अमरिंद सिंह ने आगामी चुनाव लड़ने के लिए अपनी पार्टी बनाई है।
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