बुजुर्ग मां के बाद बेटे ने भी दी कोविड-19 को मात

जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डाक्टर रतनपाल सिंह सुमन ने सोमवार को बताया कि सऊदी अरब से आने के बाद अमरिया क्षेत्र की रहने वाली 73 साल की शकीला की जांच में उसके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी, उसके बाद जब परिवार के अन्य लोगों की जांच की गई तो दूसरे दिन उनके बेटे मेराज की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई।

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पीलीभीत (उप्र), 13 अप्रैल पीलीभीत में 73 वर्षीय महिला के बाद सोमवार को उनके बेटे ने भी कोविड-19 को मात दे दी। इसके साथ ही जिले में कोरोना वायरस संक्रमण का कोई पुष्ट मामला नहीं रह गया है।

जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डाक्टर रतनपाल सिंह सुमन ने सोमवार को बताया कि सऊदी अरब से आने के बाद अमरिया क्षेत्र की रहने वाली 73 साल की शकीला की जांच में उसके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी, उसके बाद जब परिवार के अन्य लोगों की जांच की गई तो दूसरे दिन उनके बेटे मेराज की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई।

उन्होंने बताया, ‘‘मां-बेटे का कोरोना वार्ड में इलाज शुरू किया गया था। शकीला ने 18 दिन में ही कोरोना वायरस संक्रमण को मात देकर घर चली गयीं और 22 दिन बाद मेराज ने भी संक्रमण के खिलाफ जंग जीत ली। रविवार की रात मेराज की अंतिम रिपोर्ट भी निगेटिव आई और आज सभी औपचारिकताएं पूरी करके उसे कोरोना वार्ड से बाहर लाया गया।’’

सीएमएस ने बताया कि मेराज ने अस्पताल के डॉक्टरों की टीम समेत पूरे स्टाफ का हाथ जोड़कर शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि उनके कुशल इलाज से उसे नयी जिंदगी मिली और कोविड-19 हार गया।

सुमन ने बताया कि मेराज ने पृथक वास के दौरान कोरोना वायरस पर एक कविता लिखी, जिसे उसने घर वापसी के समय स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ साझा किया।

उन्होंने बताया कि जिले में अब कोई भी कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं है।

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