कासरगोड, 12 नवंबर केरल के कासरगोड स्थित श्री अनंतपद्मनाभ स्वामी मंदिर की झील में रहने वाले और इसके परिसर के अंदर घूमने वाले एकमात्र मगरमच्छ की मौत के एक साल से अधिक समय बाद, हाल ही में एक नया मगरमच्छ इस झील में देखने को मिला है।
मंदिर के एक अधिकारी के मुताबिक, यह महत्वपूर्ण घटना है क्योंकि झील में हमेशा एक ही मगरमच्छ होता है और हाल में देखा गया मगरमच्छ चौथा है।
मंदिर की वेबसाइट के मुताबिक, ‘‘जब एक मगरमच्छ की मौत हो जाती है तभी दूसरा अनिवार्य रूप से झील में प्रकट होता है, अबतक यह नहीं पता चला कि ऐसा क्यों होता है।’’
मंदिर के अधिकारी के मुताबिक नए मगरमच्छ को आठ नवंबर को कुछ श्रद्धालुओं ने झील से सटी एक गुफा में देखा था जिसकी सूचना उन्होंने मंदिर प्रशासन को दी। मंदिर प्रशासन ने भी शनिवार को मगरमच्छ की मौजूदगी की पुष्टि कर दी।
मंदिर के अधिकारी ने बताया, ‘‘यह मगरमच्छ कम उम्र का है। हमने इसकी सूचना मंदिर के तंत्री (मुख्य पुजारी) को दे दी है और वह अगले कदम के बारे में निर्णय लेंगे।’’
इससे पहले वाली मादा मगरमच्छ का नाम बाबिया था और उसे नौ अक्टूबर 2020 को मृत पाया गया था। बाबिया तीसरी मगरमच्छ थी और माना जाता है कि उसकी उम्र 70 साल थी। बाबिया को दफनाये जाने से पहले नेताओं सहित सैकड़ों लोगों ने उसके दर्शन किये थे।
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