देश की खबरें | अब्दुल्ला ने आम लोगों की मौत पर चिंता व्यक्त की, न्याय की मांग की

जम्मू, 29 दिसंबर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने तीन आम लोगों की मौत के लिए शुक्रवार को सेना को जिम्मेदार ठहराया और उम्मीद जताई कि उनके परिवारों को न्याय मिलेगा जैसा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आश्वासन दिया है।

अब्दुल्ला ने व्यवस्था में जनता के विश्वास पर ऐसी घटनाओं के संभावित प्रभाव पर प्रकाश डाला और विभिन्न चुनौतियों पर काबू पाने में जनता के समर्थन की अहम भूमिका पर जोर दिया।

अब्दुल्ला ने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारे देश में हमारी सेना निर्दोष लोगों को मार रही है। हमारे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह यहां आये थे। उन्होंने कहा है कि वे इसकी उचित जांच सुनिश्चित करेंगे और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हमें उम्मीद है कि उनके खिलाफ कार्रवाई होगी और ऐसी घटनाएं दोबारा नहीं होंगी।'’

पुंछ जिले में इस महीने की शुरुआत में एक आतंकवादी हमले के सिलसिले में पूछताछ के लिए सेना द्वारा कथित तौर पर हिरासत में लिए जाने के बाद तीन लोग मृत और पांच लोग घायल मिले थे। इस आतंकवादी हमले में चार सैन्य कर्मियों की भी जान गई थी।

पुंछ में घायल लोगों से मुलाकात के बाद अब्दुल्ला ने उन्हें आतंकवाद का पीड़ित बताया और आतंकवादियों द्वारा सीमा पार से घुसपैठ की परिस्थितियों पर सवाल खड़े किए।

उन्होंने कहा, “ वे निर्दोष लोग हैं। यहां आतंकवादी कैसे आ गये? वे कहां से आये हैं? वे यहां क्यों आये? अगर वे बंदूकें लेकर हमारे घरों में आएंगे तो हम क्या कर सकते हैं? उनके (लोगों के) पास हथियार नहीं हैं। उनकी सुरक्षा के लिए कोई नहीं है।”

अब्दुल्ला ने सैनिकों द्वारा दुर्व्यवहार के परिणामों के बारे में चिंता जताई और कहा कि कोई भी देश नागरिकों की भागीदारी के बिना समृद्ध नहीं हो सकता है।

उन्होंने चेताया, “ आपने उन्हें मारा और उनका खून बहाया। तीन लोग मारे गए हैं। क्या ऐसे कृत्यों से हमारा देश मजबूत होगा। ऐसी घटनाओं का सामना करने पर लोग व्यवस्था पर अपना भरोसा बदल लेते हैं। यह देश के लिए खतरनाक प्रवृत्ति है।”

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “यह ध्यान में रखना चाहिए कि अगर लोग आपके साथ हैं तो आप युद्ध जीत सकते हैं। लोगों के प्रति सहानुभूति रखें और उनसे प्यार करें। आतंकवादी आ रहे हैं, उन्हें रोका नहीं जा रहा है। वे अत्याधिक प्रशिक्षित हैं। वे हमारे पुलिस और सेना के अधिकारियों को मार रहे हैं।”

मुद्दों के समाधान के लिए पाकिस्तान के साथ बातचीत को एकमात्र रास्ता बताते हुए अब्दुल्ला ने दोनों देशों में चुनावों के बाद नए सिरे से चर्चा की उम्मीद जताई।

जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने मृतक लोगों के परिवारों के लिए मुआवजे और नौकरी की घोषणा की है।

सेना ने व्यापक आंतरिक जांच का आदेश दिया है।

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