नयी दिल्ली, छह सितंबर: जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान चिकित्सा आपात स्थितियों से निपटने की तैयारियों के तहत चिकित्साकर्मियों की 80 टीम, 130 एम्बुलेंस और वीवीआईपी काफिले की सुरक्षा के लिए उन्नत जीवन रक्षक टीम तैनात की जाएंगी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि इनके अलावा, शिखर सम्मेलन के मद्देनजर पांच सरकारी अस्पतालों और तीन निजी चिकित्सा सुविधाओं को ‘हाई अलर्ट’ पर रखा गया है.जी20 नेताओं का शिखर सम्मेलन 9-10 सितंबर को यहां प्रगति मैदान में नवनिर्मित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन और प्रदर्शनी केंद्र भारत मंडपम में आयोजित किया जाएगा.
भारत जी20 के वर्तमान अध्यक्ष के रूप में इस प्रभावशाली समूह के शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। सम्मेलन में 30 से अधिक राष्ट्राध्यक्षों, यूरोपीय संघ और आमंत्रित अतिथि देशों के शीर्ष अधिकारियों और 14 अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों के हिस्सा लेने की संभावना है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बुधवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि शहर सरकार ने केंद्र को पूरा समर्थन दिया है और सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की हैं. उन्होंने कहा, ‘‘उन्नत जीवन रक्षक (एएलएस) प्रणाली सभी काफिलों के साथ रहेगी। इसमें किसी भी चिकित्सा आपात स्थिति से निपटने के लिए वरिष्ठ डॉक्टर तैनात होंगे.’’
अधिकारियों ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने होटलों में चिकित्सा संबंधी और आपात स्थितियों से निपटने के लिए डॉक्टरों और नर्सिंग कर्मियों की 80 टीम बनाई हैं। उन्होंने बताया कि इनमें से 75 टीम पालियों में काम करेंगी.अधिकारियों ने बताया कि आयोजन के लिए 130 एम्बुलेंस तैनात होंगी. उन्होंने बताया कि जिन पांच सरकारी अस्पतालों को ‘हाई अलर्ट’ पर रखा गया है, उनमें लोक नायक अस्पताल, जीबी पंत अस्पताल, जीटीबी अस्पताल, दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल और बाबासाहेब आंबेडकर अस्पताल जबकि निजी अस्पतालों में प्राइमस अस्पताल (चाणक्यपुरी), मैक्स अस्पताल (साकेत) और मणिपाल अस्पताल (द्वारका) शामिल हैं.
अधिकारियों ने कहा कि निजी अस्पतालों का चयन उन होटलों से उनकी निकटता को ध्यान में रखकर किया गया है जहां मेहमान ठहरेंगे।
भारत मंडपम के परिसर में एक अत्याधुनिक चिकित्सा आपातकालीन सुविधा भी स्थापित की गई है. सूत्रों ने कहा कि शिखर सम्मेलन के मद्देनजर राम महोहर लोहिया अस्पताल और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भी पर्याप्त व्यवस्था की गई है.अधिकारियों ने कहा कि अन्य सरकारी और निजी अस्पतालों को भी किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है.दिल्ली पुलिस ने चिकित्सा आपातकालीन वाहनों को सहायता प्रदान करने की भी व्यवस्था की है.
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