जरुरी जानकारी | तमिलनाडु में 1.25 लाख करोड़ रुपये के निवेश के 60 एमओयू पर हस्ताक्षर

चेन्नई, चार जुलाई तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने सोमवार को कहा कि राज्य को दक्षिण एशिया में निवेश का सबसे आकर्षक गंतव्य बनाए जाने के साथ ही यहां निर्मित उत्पादों को दुनियाभर में पहुंचाने की जरूरत है।

स्टालिन ने यहां आयोजित 'तमिलनाडु निवेशक सम्मेलन, जुलाई 2022' में 60 समझौता ज्ञापनों (एमओयू) के आदान-प्रदान के मौके पर यह बात कही। इनमें से 53 एमओयू पर हस्ताक्षर स्टालिन की मौजूदगी में ही किए गए जिनसे 65,373 करोड़ रुपये का निवेश आने और 58,474 रोजगार पैदा होने का अनुमान है।

वहीं, सभी 60 एमओयू के जरिये कुल 1.25 लाख करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव है। इसके साथ ही रोजगार के करीब 75,000 अवसर पैदा होने का भी अनुमान है।

तमिलनाडु सरकार के साथ एमओयू करने वाली कंपनियों में लुकास टीवीएस, टाटा पावर और इंटरनेशनल एयरोस्पेस मैन्युफैक्चरिंग प्राइवेट लिमिटेड (आईएएमपीएल) भी शामिल हैं। रॉल्स रॉयस और हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड का संयुक्त उद्यम आईएएमपीएल होसुर में नया विनिर्माण संयंत्र लगाने में राज्य सरकार की मदद करेगा।

लुकास टीवीएस तिरुवल्लूर में एक लिथियम ऑयन बैटरी संयंत्र स्थापित करेगी जबकि टाटा पावर गंगइकोंडन में एक संयंत्र लगाएगी। वहीं अरविंद सिरेमिक्स तंजौर में टाइल उत्पादन संयंत्र स्थापित करेगी।

एमओयू के आदान-प्रदान के मौके पर मुख्यमंत्री ने 1,497 करोड़ रुपये मूल्य की 12 परियोजनाओं की शुरुआत भी की। इसके अलावा 21 परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी गई।

स्टालिन ने कहा कि उनकी सरकार आने के बाद से तमिलनाडु में 2.20 लाख करोड़ रुपये के अनुमानित निवेश वाले कुल 192 एमओयू किए जा चुके हैं।

उन्होंने कहा कि राज्य की अर्थव्यवस्था को 1,000 अरब डॉलर तक ले जाने के लिए उनकी सरकार ने 'मेड इन तमिलनाडु' उत्पादों को दुनियाभर में पहुंचाने और सभी जिलों में निवेश आकर्षित करने की रणनीति बनाई है।

उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों से तमिलनाडु कारोबारी सुगमता की रैंकिंग में तीसरे स्थान पर पहुंच चुका है और जल्द ही यह पहले स्थान पर होगा। दो साल पहले तमिलनाडु इस रैंकिंग में 14वें स्थान पर था।

प्रेम

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