वर्ष 2006 में इजराइल-हिज्बुल्ला युद्ध के बाद यह सबसे भीषण हमला है. इजराइल की सेना ने हिज्बुल्ला के खिलाफ अपने व्यापक हवाई हमले के तहत दक्षिणी एवं पूर्वी लेबनान के निवासियों को जगह खाली करने की चेतावनी दी थी. हजारों लेबनानी नागरिक दक्षिण से पलायन करने लगे तथा दक्षिणी बंदरगाह शहर सिडोन से गुजरने वाला मुख्य राजमार्ग बेरूत की ओर जाने वाली कारों से जाम हो गया. यह 2006 के बाद सबसे बड़ा पलायन था. लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि हमलों में 35 बच्चों और 58 महिलाओं सहित 492 लोग मारे गए और 1,645 लोग घायल हुए. देश अभी पिछले सप्ताह हुए संचार उपकरणों पर घातक हमले से उबरा भी नहीं था कि तभी यह घातक हमला किया गया. इस हमले में मरने वालों की तादाद 2020 में बेरूत के विनाशकारी बंदरगाह विस्फोट से कहीं ज्यादा है, जब एक गोदाम में रखे सैकड़ों टन अमोनियम नाइट्रेट में विस्फोट हो गया था. इस घटना में कम से कम 218 लोग मारे गए थे और 6,000 से अधिक लोग घायल हुए थे.
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रिकॉर्ड किए गए संदेश में लेबनानी नागरिकों से इलाके को खाली करने के इजराइली संदेश के संदर्भ में कहा, ‘‘इस चेतावनी को गंभीरता से लें.’’ नेतन्याहू ने कहा, ‘‘कृपया अब खतरे से दूर हो जाएं. हमारा अभियान खत्म हो जाने के बाद आप सुरक्षित रूप से अपने-अपने घरों में वापस जा सकते हैं.’’ इजराइल के सैन्य प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा कि सेना इजराइल के साथ लेबनान की सीमा से हिज्बुल्ला को खदेड़ने के लिए‘‘जो भी जरूरी होगा’’ वह करेगी. हगारी ने दावा किया कि सोमवार को किए गए व्यापक हवाई हमलों से हिज्बुल्ला को भारी नुकसान पहुंचा है. उन्होंने कहा, ‘‘हम युद्ध नहीं चाहते हैं. हम खतरों को खत्म करना चाहते हैं. हम इस मिशन को पूरा करने के लिए जो भी करना होगा, वह करेंगे. हमें उम्मीद है कि हम इसे जल्द से जल्द पूरा कर लेंगे.’’ यह भी पढ़ें : PM Modi and Volodymyr Zelensky Meeting: प्रधानमंत्री मोदी ने जेलेंस्की से की मुलाकात, भारत ने यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान की दोहराई बात
हगारी ने कहा कि हिज्बुल्ला ने पिछले अक्टूबर से इजराइल को निशाना बनाकर लगभग 9,000 रॉकेट और ड्रोन से हमले किए हैं, जिनमें अकेले सोमवार को 250 रॉकेट और ड्रोन दागे गए. सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि इजराइली युद्धक विमानों ने सोमवार को हिज्बुल्ला के 1,300 ठिकानों पर हमले किए, जिससे क्रूज मिसाइलें, लंबी और छोटी दूरी के रॉकेट और हमलावर ड्रोन नष्ट हो गए. उन्होंने कहा कि हिज्बुल्ला के कई लड़ाके रिहायशी इलाकों में छिपे हुए थे, उन्होंने निजी घरों में छिपाकर रखे गए हथियारों की तस्वीरें दिखाईं. उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हिज्बुल्ला ने दक्षिणी लेबनान को युद्ध क्षेत्र में बदल दिया है.’’ इजराइल का अनुमान है कि हिज्बुल्ला के पास लगभग 150,000 रॉकेट और मिसाइलें हैं, जिनमें ‘गाइडेड मिसाइलें’ और लंबी दूरी के प्रक्षेपास्त्र शामिल हैं जो इजराइल में कहीं भी हमला करने में सक्षम हैं.