नयी दिल्ली, तीन जून दिल्ली में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के 487 नये मामले सामने आए जबकि 45 और मरीजों की मौत हो गई। राष्ट्रीय राजधानी में पिछले ढाई महीने के दौरान संक्रमण के नए मामलों की यह सबसे कम संख्या है। वहीं, शहर में संक्रमण की दर 0.61 प्रतिशत रह गई है।
दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने एक बुलेटिन जारी कर यह जानकारी दी। यह लगातार चौथा दिन है जब राष्ट्रीय राजधानी में संक्रमण की दर एक प्रतिशत से कम दर्ज की गई है।
दिल्ली में 11 अप्रैल के बाद पहली बार एक दिन में कोविड-19 से मरने वाले लोगों की संख्या 50 से कम रही है। 11 अप्रैल को कोरोना वायरस संक्रमण के कारण 48 लोगों की मौत हुई थी।
बुलेटिन के मुताबिक बीते 24 घंटे में 45 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 24,447 हो गयी।
गौरतलब है कि इससे पहले 16 और 17 मार्च को दिल्ली में संक्रमण के नए मामलों की संख्या क्रमश: 425 और 536 रही थी।
नए बुलेटिन के अनुसार बृहस्पतिवार को 487 नए मामले सामने आने के साथ संक्रमण दर 0.61 फीसदी रह गई है।
अप्रैल के अंतिम सप्ताह में राजधानी में संक्रमण की दर 36 प्रतिशत पर पहुंच गई थी, जोकि अब घटकर एक प्रतिशत से भी नीचे आ गई है।
कोविड-19 महामारी की संभावित तीसरी लहर के खतरे के मद्देनजर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने बृहस्पतिवार को दो निर्माणाधीन स्वास्थ्य सुविधा केन्द्रों का दौरा कर तीसरी लहर से निपटने के लिए की जा रही तैयारियों का जायजा लिया।
जैन ने ट्वीट कर कहा, " दिल्ली के लोगों को विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं देने के उद्देश्य से दिल्ली सरकार की ओर से सीरसपुर में 1,168 बिस्तरों की सुविधा वाले एक नए अस्पताल का निर्माण कराया जा रहा है। अस्पताल के निर्माण कार्य का जायजा लेने के लिए आज मैंने वहां का दौरा किया। निर्माण का कार्य काफी तेज गति से चल रहा है। निर्माण कार्य तय समय सीमा के भीतर पूरा करने के लिए कड़े प्रयास किए जा रहे हैं। " स्वास्थ्य मंत्री ने एक अन्य ट्वीट में कहा, " भगवान महावीर अस्पताल में अरविंद केजरीवाल सरकार की ओर से अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस नए खंडों का निर्माण कराया जा रहा है। आज उसका भी निरीक्षण किया। अस्पताल में बिस्तरों की संख्या को 300 से बढ़ाकर 700 कर दिया जाएगा। यह अस्पताल आने वाले कई दशकों तक राजधानी के लोगों की सेवा करेगा।"
गौरतलब है कि कोविड-19 महामारी की दूसरी भयावह लहर के बीच एक समय राजधानी में हालात बेहद खराब हो गए थे। अस्पतालों में बिस्तरों और ऑक्सीजन की भारी कमी हो रही थी, जिसके कारण कई लोगों की मौत भी हुई थी।
दिल्ली में 20 अप्रैल को कोरोना वायरस संक्रमण के रिकार्ड 28 हजार से अधिक नए मामले सामने आए थे जबकि तीन मई को इस महामारी के कारण एक दिन में सर्वाधिक 448 लोगों की मौत हुई थी।
पिछले कुछ दिनों से हालात धीरे-धीरे सुधर रहे हैं और संक्रमण के दैनिक मामलों में लगातार कमी देखी जा रही है।
शहर में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 648 मामले सामने आए थे और 86 मरीजों की मौत हुई थी। दिल्ली में मंगलवार को कोविड-19 के 623 मामले सामने आए थे और 62 लोगों की मौत हुई थी। वहीं बुधवार को संक्रमण के 576 नए मामले सामने आए और 103 मरीजों की मौत हुई थी।
स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक बीते 24 घंटे में दिल्ली में 80,046 नमूनों की कोविड-19 की जांच की गयी, जिसमें 55,638 नमूनों की आरटी-पीसीआर जांच की गयी जबकि24,408 नमूनों की रैपिड एंटीजन जांच की गयी।
दिल्ली में कुल संक्रमितों की संख्या बृहस्पतिवार को 14,27,926 पहुंच गयी। अब तक 13.9 लाख लोग इस महामारी से उबर चुके हैं। राजधानी में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 8,748 हो गयी। निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या में भी गिरावट देखी गयी और वह अब 16,287 हो गयी है।
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