नयी दिल्ली, 11 सितंबर : देश में एक दिन में कोविड-19 (COVID-19) के 33,376 नए मामले सामने आने के बाद कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़कर 3,32,08,330 हो गए हैं जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या शुक्रवार के मुकाबले थोड़ी बढ़कर 3,91,516 पर पहुंच गई है. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शनिवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से 308 और मरीजों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,42,317 हो गई. देश में 3,91,516 लोगों का अब भी कोविड-19 का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 1.18 प्रतिशत है. मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 97.49 प्रतिशत है. पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मामलों में 870 और मरीज शामिल हो गए हैं. शुक्रवार को उपचाराधीन मामले 3,90,646 थे. इसके अलावा, शुक्रवार को कुल 15,92,135 नमूनों की कोविड-19 के लिए जांच की गई जिसके बाद देश में अब तक जांचे गए नमूनों की कुल संख्या 54,01,96,989 हो गई है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक दैनिक संक्रमण दर 2.10 प्रतिशत दर्ज की गई. यह पिछले 12 दिनों से तीन प्रतिशत से कम बनी हुई है. साप्ताहिक संक्रमण दर 2.26 प्रतिशत दर्ज की गई जो पिछले 78 दिनों से तीन प्रतिशत से नीचे चल रही है. आंकड़ों के मुताबिक बीमारी से स्वस्थ होने वालों की संख्या बढ़कर 3,23,74,497 हो गई है जबकि मृत्यु दर 1.33 प्रतिशत है. मंत्रालय के मुताबिक राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक टीकों की कुल 73.05 करोड़ खुराकें दी जा चुकी हैं. देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी. वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए. यह भी पढ़ें : प्रधानमंत्री मोदी ने विनोबा भावे, सुब्रह्मण्य भारती को श्रद्धांजलि दी
देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे. संक्रमण से मौत के 308 नये मामलों में 177 केरल से और 44 महाराष्ट्र से हैं. देश में कोविड-19 से हुई कुल 4,42,317 मौतों में से महाराष्ट्र से 1,38,061 मरीजों की, कर्नाटक से 37,472 की, तमिलनाडु से 35,199 की, दिल्ली से 25,083, उत्तर प्रदेश से 22,864, केरल से 22,303 और पश्चिम बंगाल से 18,553 मरीजों की मौत हुई है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 70 प्रतिशत से अधिक मौत अन्य गंभीर बीमारियों के चलते हुई हैं.