असम में बाढ़ के कारण 30 से 40 हजार मकान क्षतिग्रस्त हुए: हिमंत बिस्व सरमा
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा है कि हाल ही में आई भीषण बाढ़ के कारण राज्य में 30,000 से 40,000 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. सरमा ने बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद करने के लिए राष्ट्रीय आपदा कार्रवाई कोष (एनडीआरएफ) से आर्थिक मदद मांगी है.
नयी दिल्ली, 9 जुलाई : असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने कहा है कि हाल ही में आई भीषण बाढ़ के कारण राज्य में 30,000 से 40,000 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. सरमा ने बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद करने के लिए राष्ट्रीय आपदा कार्रवाई कोष (एनडीआरएफ) से आर्थिक मदद मांगी है. सरमा ने शुक्रवार शाम यहां एक बैठक के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को इस बात से अवगत कराया और केंद्रीय मदद मांगी.
शनिवार को जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री ने गृह मंत्री को बताया कि बाढ़ से लगभग 30,000 से 40,000 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. सरमा ने शाह से बाढ़ प्रभावित उन लोगों के पुनर्वास के लिए राष्ट्रीय आपदा कार्रवाई कोष (एनडीआरएफ) से अग्रिम राशि जारी करने का अनुरोध किया, जिनके घर गंभीर रूप से या पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं.
सरमा ने संवाददाताओं से कहा कि चूंकि केंद्रीय टीम की ओर से बाढ़ को ‘‘गंभीर’’ घोषित किया गया है, इसलिए उन्होंने एनडीआरएफ से अग्रिम राहत की मांग की है ताकि बाढ़ के कारण गंभीर रूप से प्रभावित लोगों की मदद की जा सके. यह भी पढ़ें : चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में मुद्रास्फीति क्रमिक रूप से नरम पड़ सकती है: आरबीआई
उन्होंने कहा, "असम की मदद के लिए केंद्र का दरवाजा हमेशा से ही खुला हुआ है. धन की कोई कमी नहीं है. हम कानूनी और तार्किक रूप से जो कुछ भी पेश करेंगे हमें आवश्यक धन मिलेगा." मुख्यमंत्री ने कहा कि गृह मंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय एनडीआरएफ से तत्काल अग्रिम राशि जारी करने के उनके अनुरोध पर सक्रियता से विचार करेगा