नौसैना की पश्चिमी कमान में 26 नौसैनिक कोरोना वायरस से संक्रमित
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नयी दिल्ली, 18 अप्रैल भारतीय नौसेना की पश्चिमी कमान में मुंबई में तैनात 26 नौसैन्यकर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। भारतीय सशस्त्र बलों में इतनी बड़ी संख्या में संक्रमण का यह पहला मामला है।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सभी संक्रमित नौसैनिक साजो-सामान और सहयोग शाखा आईएनएस आंग्रे के आवासीय ब्लॉक में ठहरे हुए थे जो मुख्य नौसैन्य डॉकयार्ड से कुछ ही मीटर की दूरी पर स्थित है। इन नाविकों का नौसेना के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है।

नौसेना ने एक बयान में कहा, ‘‘मुंबई में कोविड-19 जांच में संक्रमित पाए जाने के बाद पृथकवास में रखे गए 26 नाविक तटीय प्रतिष्ठान आईएनएस आंग्रे में तैनात थे। अब तक किसी पोत, पनडुब्बी या भारतीय नौसेना के हवाई प्रतिष्ठान में तैनात किसी अन्य कर्मी के कोविड-19 से पीड़ित होने का कोई भी मामला नहीं है।’’

सूत्रों ने बताया कि नौसेना ने स्थिति की गंभीरता के चलते संक्रमित कर्मियों के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने के लिए व्यापक अभियान शुरू कर दिया है।

उन्होंने कहा कि आईएनएस आंग्रे में रिहायशी इमारत में सभी निवासियों के नमूने जांच के लिए भेज गए हैं।

संक्रमित नाविकों का फिलहाल आईएनएचएस अश्विनी में उपचार चल रहा है।

नौसेना ने कहा, ‘‘भारतीय नौसेना संक्रमण के प्रसार को अधिक से अधिक हद तक रोकने के लिए कटिबद्ध है और यह समुद्री प्रभुत्व संबंधी किसी भी चुनौती से निपटने के लिए हमेशा अभियानगत रूप से तैयार रहती है।’’

सूत्रों ने बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सेना के शीर्ष अधिकारियों को इसकी जानकारी दे दी गई है तथा वे हालात पर करीब से नजर रखे हुए हैं।

उन्होंने कहा कि सशस्त्र बलों के 15 लाख कर्मियों को कोरोना वायरस से बचाने के तौर तरीकों को लेकर एक समीक्षा की जा रही है।

पश्चिमी नौसैन्य कमान को एक सामरिक प्रतिष्ठान माना जाता है क्योंकि यह अरब सागर में तथा हिंद महासागर के कुछ हिस्सों में भारत के समुद्री हितों की रक्षा करती है।

दुनियाभर में कई देशों की नौसेना कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से जूझ रही है। ऐसे में महामारी को फैलने से रोकने के संबंध में नौसेना के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘हम सभी आवश्यक कदम उठा रहे हैं।’’

अमेरिकी नौसेना के विमानवाहक पोत यूएसएस थियोडोर रूजवेल्ट में 660 कर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित हैं।

सूत्रों ने बताया कि नौसेना ने अपनी सभी शाखाओं को कोविड-19 से कर्मियों की रक्षा के लिए अत्यधिक एहतियात बरतने का आदेश दिया है।

नौसेना ने बयान में कहा कि तटीय और अपतटीय सभी मिशन पहले की तरह जारी हैं।

इतनी बड़ी संख्या में सैनिकों के संक्रमित होने का यह पहला मामला है। थलसेना में कोरोना वायरस के अभी तक आठ मामले सामने आए हैं।

पिछले हफ्ते नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने एक वीडियो संदेश में अपने कर्मियों से कहा था कि जहाज और पनडुब्बी जैसी अहम संचालनात्मक संपत्तियों को संक्रमण मुक्त होना चाहिए ।

उन्होंने कहा था, ‘‘कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी अप्रत्याशित है और यह पहले कभी नहीं हुई। इसका भारत समेत दुनियाभर में काफी असर पड़ा है।’’

उन्होंने कहा था कि इस बीमारी से उत्पन्न खतरा वास्तविक, निकट और अप्रत्याशित है।

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