सिंगापुर, 12 अप्रैल कोविड-19 टीके की दोनों खुराक लगवा चुका 23 वर्षीय भारतीय नागरिक सिंगापुर में सामने आए संक्रमण के 20 नए मामलों में से स्थानीय आधार पर संक्रमण का एकमात्र मामला है।
यह भारतीय नागरिक यहां कार्य करने के परमिट के साथ रह रहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने सचेत किया है कि टीकाकरण के बाद भी व्यक्ति संक्रमित हो सकता है।
एक समाचार रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय नागरिक सात अप्रैल को ‘पूल’ (लोगों के एक समूह के नमूने मिलाकर की गई जांच) जांच में संक्रमित पाया गया था। उसके संक्रमित होने की पुष्टि आठ अप्रैल को हुई, जिसके बाद उसे तत्काल पृथक-वास में रखा गया और नौ अप्रैल को उसकी अलग से जांच की गई। दूसरी जांच के परिणाम में भी व्यक्ति के संक्रमित होने की पुष्टि के बाद उसे राष्ट्रीय संक्रामक रोग केंद्र ले जाया गया।
यह कामगारों की डॉर्मटॉरी (रहने के स्थान) में 28 फरवरी के बाद सामने आया संक्रमण का पहला मामला है। इससे पहले विदेशी कर्मियों के निवास की इस प्रकार की सुविधाओं में पिछले साल संक्रमण के सर्वाधिक मामले सामने आए थे।
मीडिया रिपोर्ट में स्वास्थ्य मंत्रालय के हवाले से कहा गया, ‘‘यह मामला याद दिलाता है कि जो लोग टीका लगवा चुके हैं, वे भी संक्रमित हो सकते हैं, लेकिन टीका लक्षण युक्त संक्रमण को रोकने में प्रभावी है।’’
सिंगापुर में अब तक 60,653 लोग संक्रमित पाए जा चुके हैं, जिनमें से 13 लोगों को रविवार को अस्पतालों से छुट्टी दी गई और अब तक कुल 60,320 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। इस समय 58 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं और एक मरीज आईसीयू में है। इसके अलावा, 230 मरीज सामुदायिक केंद्रों में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।
सिंगापुर में संक्रमण के कारण 30 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि संक्रमित पाए गए 15 अन्य लोगों की अन्य कारणों से मौत हुई है।
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